भारतीय मूल की आकांक्षा ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव पद के लिए दावेदारी प्रस्तुत की है। ऐसा करने वाली वह पहली व्यक्ति हैं। उनके इस हौसले से हर कोई स्तब्ध है। आकांक्षा फिलहाल संयुक्त राष्ट्र के यूएनडीपी में ऑडिट कोऑर्डिनेटर पद पर तैनात हैं। उनका कहना है कि अब चीजें बदलनी चाहिए, इसके लिए आपका रास्ता अलग होना चाहिए।
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र में कार्यरत भारतीय मूल की महिला कर्मचारी आकांक्षा अरोड़ा (34) ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव पद की दावेदारी का एलान किया है। आकांक्षा इस पद पर दावेदारी करने वाली पहली व्यक्ति हैं। फिलहाल इस पद पर मौजूदा महासचिव एंटोनियो गुटेरेस हैं। वह और पांच साल तक काम करने की इच्छा जता चुके हैं। नए महासचिव का कार्यकाल जनवरी 2022 से शुरू होगा।
यूएनडीपी में हैं ऑडिट कोऑर्डिनेटर
आकांक्षा, यूनाइटेड नेशन्स डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) में ऑडिट कोऑर्डिनेटर के रूप में काम करती हैं। उन्होंने अपनी दावेदारी के बाद अरोड़ाफॉरएसजी हैशटैग के साथ कैंपेन भी शुरू कर दिया है। उन्होंने एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा है कि मेरे स्तर के लोग प्रभारी पद के लिए खड़े नहीं होते हैं, हम अपनी बारी का इंतजार करते हैं। हम सिर झुकाकर अपने काम पर जाते हैं और उसे ही स्वीकार करते हैं, जैसे दुनिया चल रही होती हैं। ये सार्थक और तार्किक नहीं है क्योंकि रास्ता अलग होना चाहिए, तभी आप कुछ अलग कर सकते हैं।
यूएन नहीं बन पाया है उत्तरदायी
आकांक्षा कहती हैं कि मुझसे पहले जो आया है वो संयुक्त राष्ट्र का उत्तरदायी नहीं बन पाया है। पिछले 75 वर्षों में यूएन ने दुनिया के शरणार्थियों से किए वादे को पूरा नहीं किया है, उनकी सुरक्षा नहीं कर पाया है। मानवता के प्रति सहायता निमभन रही है, तकनीक और आविष्कार में भी पीछे रहे हैं। हमारी इच्छा है कि संयुक्त राष्ट्र नेतृत्व करे, तभी वैश्विक स्तर पर सर्वागीण समानता आएगी।
किसी उम्मीदवार पर टिप्पणी नहीं
आकांक्षा की उम्मीदवारी को लेकर महासिचव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन डूजारिक का कहना है कि गुटेरेस इस पद के लिए इच्छा जता चुके हैं। कोई दूसरा भी अपनी दावेदारी पेश करता है। इस पर टिप्पणी की आवश्यक्ता नहीं है। इसी तरह संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर ब्रेडन वर्मा ने कहा है कि महासभा के अध्यक्ष को आकांक्षा की ओर से कोई पत्र नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों को राज्यों के सदस्यों द्वारा पेश किया जाता है।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.