बंगलुरू की गीता ने एक ऐसी डिवाइस ईजाद की है, जो 15 मिनट में ही महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का पता कर लेती है।
नई दिल्ली। कैंसर जैसे जानलेवा रोग की जांच कराने और उपचार कराने में ही आदमी का दिवाला निकल जाता है। खासकर महिलाएं तो ब्रेस्ट कैंसर की जांच की प्रकिया और शर्म के कारण इस ओर ध्यान ही नहीं देतीं। महिलाओं की इस समस्या को देखते हुए बंगलुरू की गीता ने एक ऐसी डिवाइस ईजाद कर डाली, तो मात्र 15 मिनट में ही ब्रेस्ट कैंसर का पता लगा लेती है। उनकी बनाई इस डिवाइस से अब तक 25 हजार महिलाओं की जांच की जा चुकी है साथ ही उनकी ये डिवाइस क्षेत्र के तीस अस्पतालों में उपलब्ध है।
गीता की संस्था को मिला फंड
गीता के इस प्रयास को काफी सराहा और गीता मंजूनाथ के प्रयास को देखते हुए उनकी संस्था हेल्थ स्टार्टअप ‘निरामई’ को निवेशकों की ओर से पचास करोड़ रुपये की फंडिंग भी की गई है।
ब्रेस्ट कैंसर से दो बहनों की मौत ने गीता को झकझोरा
कैंसर से मौत को गीता ने अपने ही परिवार में अपनी आंखों से देखा है। उनकी दो चचेरी बहन ब्रेस्ट कैंसर के कारण चल बसीं। उनकी मौत से गीता को धक्का लगा और उन्होंने इसी दिशा में काम करना शुरू किया। उनकी दोनों बहनें तीस साल से भी कम उम्र में चल बसी थीं। गीता को अफसोस इस बात का था कि अगर समय पर कैंसर का पता चल जाता, तो उन्हें बचाया जा सकता था। गीता ने अपने एक साथी से थर्मोग्राफी पर बात की। यह इंफ्रारेड इमेज के आधार पर विश्लेषण की तकनीक है। फिर एक छोटी छोटी रिसर्च टीम तैयार की और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से कैंसर की जल्द पहचान करने में सक्षम एक डिवाइस बनाई।
रखी अपनी संस्था ‘निरामई’ की नींव
अपनी बनाई डिवाइस के नतीजे देखकर गीता ने संस्था ‘निरामई’ की नींव रखी। उनकी बनाई डिवाइस से अब तक पच्चीस हजार से ज्यादा महिलाओं की जांच की जा चुकी है। बेंगलुरू, मैसूरु, हैदराबाद, चेन्नई, मुंबई, दिल्ली जैसे 12 शहरों और 30 से ज्यादा अस्पतालों में यह डिवाइस इस्तेमाल हो रही है। हाल ही में गेट्स फाउंडेशन ने निरामई को रिवर ब्लाइंडनेस की रोकथाम के लिए सॉफ्टवेयर बनाने का जिम्मा दिया है।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.