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हैंडीक्राफ्ट प्रेम से बनी ब्रैंड 'तिजोरी'

Published - Tue 24, Sep 2019

आसमान को अगर आप छूना चाहते हैं, तो आपके भीतर उसे छूने का जुनून होना चाहिए, जिद होनी चाहिए। फिर आसमान आपके कदमों में खुद झुक जाएगा। ऐसी ही कोशिश मानसी गुप्ता ने भी की और आज वो एक सफल उद्यमी हैं।

दिल्ली। ब्रैंड 'तिजोरी'  एक ऐसा नाम है, जो हैंडीक्राफ्ट सेक्टर में लगातार तेजी से बढ़ रहा है। ब्रैंड को बाजार में लाने वाली युवती हैं मानसी गुप्ता। मानसी के हैंडीक्राफ्ट के प्रति बढ़ते प्रेम ने इसको एक चाहत से बाहर निकालकर एक ब्रांड का रूप दे दिया। आज मानसी के बिजनेस का टर्नओवर पचास करोड़ रुपये साल का है।
बचपन से ही मानसी गुप्ता को भारतीय हथकरघा उत्पाद और परिधान आकर्षित करते थे। मानसी से मन ही मन फैसला किया कि वो इन उत्पादों के क्षेत्र में ही कुछ करेंगी। इससे इन उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा और उनकी भी आय बढ़ जाएगी। मानसी पढ़ने के लिए विदेश चली गईं। जब वो पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी में पढ़ रही थीं, तो उन्होंने महसूस किया कि विदेशों में इंडियन हैंडीक्राफ्टस की मांग बेहद ज्यादा है, लेकिन मांग को पूरा करने के लिए ठीक सा कोई ब्रांड नहीं है। यह देखकर मानसी के विचार को और बल मिल गया। मानसी जब भारत लौंटी तो 2013 में उन्होंने तिजोरी नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया। उनका ब्रांड तिजोरी कई श्रेणियों में काम करता है। जहां आपको कपड़े, वेलनेस प्रोडक्ट्स, घर की जरूरतों का सामान, आदि हैंडमेड उत्पाद मौजूद हैं। मानसी बताती हैं कि उन्होंने तिजोरी खोलने की प्रेरणा स्पेन के एक बुटिक से ली थी, जिसने दुनियाभर में फैशन इंडस्ट्री में जगह बनाई। मानसी की तिजोरी दस लाख रुपये से शुरू हुई थी और आज उनकी कंपनी का टर्नओवर पचास करोड़ रुपये हैं। वर्तमान में दुनिया के 195 देशों में मानसी अपना प्रोडक्ट पहुंचा रही हैं।
मानसी की तिजोरी परंपरागत भारतीय प्रोडक्ट को संजोकर रखने की कोशिश करता है। मानसी लिमिटेड सेल्स मॉडल पर काम करती हैं। तिजोरी में जो प्रोडक्ट बेचे जाते हैं, उन्हें बनाने वाली भी ज्यादातर महिलाएं ही हैं। उन्होंने अपनी पहल से पांच सौ लोगों को रोजगार भी दिया है। उनकी दिल्ली-एनसीआर में कई मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स हैं। तिजोरी के प्रोडक्ट में गुणवत्ता का बेहद ख्याल रखा जाता है, ताकि ग्राहक को किसी तरह की परेशानी न हो। मानसी का लक्षय भारतीय हथकरघा उद्योग को विश्वपटल पर प्रसिद्ध करने की हैं।