प्रदेश में दसवीं टॉप करने वाली रिया जैन का परिवार चुनरी और खेती के कार्य से जुड़ा है, मां-बाप की कड़ी मेहनत बन गई प्रेरणा
बागपत। मां की चुनरी के व्यापार से घर चलाने वाले भारत भूषण के घर में खुशियां छाई हैं। घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है। मोबाइल पर सूबे के डिप्टी सीएम से लेकर अधिकारियों तक की कॉल लगातार आ रही हैं। भारत भूषण कहते हैं कि वह कुछ नहीं है, उनके घर पर तो बेटी रिया ने ही खुशियां बरसा दीं। बेटी ने उनका नाम देश में रोशन कर दिया है। हाई स्कूल में उनकी बेटी रिया जैन ने 96.67 फीसद अंक प्राप्त कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। होनहार छात्रा रिया जैन का कहना है कि बेहतर से बेहतर करने के संकल्प, कड़ी मेहनत और नियमित पढ़ाई से उसे कामयाबी मिली। शिक्षकों और अभिभावकों का भरपूर सहयोग रहा। हिंदी में और अधिक बेहतर अंकों की उम्मीद थी, लेकिन जो मिला उससे भी वह पूरी तरह संतुष्ट हैं।
बड़ौत के जैन स्थानक के निकट रहने वाले भारत भूषण मूल रूप से हिलवाड़ी गांव के रहने वाले हैं। सालों पहले परिवार बड़ौत आकर बस गया था। मां की चुनरी का कच्चा माल सूरत से लाकर वह अपनी दुकान पर चुनरी तैयार कर सूबे में सप्लाई करते हैं। बच्चों की पढ़ाई के साथ परिवार ने कोई समझौता नहीं किया। रिया की मां कविता जैन गृहणी हैं। दादा मंगलसैन खेती करते हैं। बड़ी बहन श्वेता जैन 12वीं की छात्रा है। दो छोटे भाई कमल और अचिन हैं। साधारण घर की बेटी की कामयाबी के पीछे सिर्फ लगन है। बधाइयों से घिरी रिया कहती हैं कि पूरे परिवार को उसने अपने-अपने कार्यों में व्यस्त देखा। उसने संकल्प लिया कि वह पढ़ाई करेगी। मां-बाप की कड़ी मेहनत उसके लिए प्रेरणा बन गई। माता-पिता ने कभी किसी चीज के लिए नहीं रोका।
अक्षय कुमार फेवरेट, देखी पूरा महाभारत
प्रदेश में दसवीं टॉप करने वाली रिया जैन का कहना है कि मनोरंजन के लिए वह टीवी देखती हैं। मोबाइल भी चलाती हैं, लेकिन लिमिट में। अक्षय कुमार फेवरेट हीरो हैं। इसके अलावा टीवी सीरियल में महाभारत पसंद आया, जो लॉकडाउन में पूरा देखा।
घरों में रहें और मास्क लगाएं
टॉपर रिया जैन का कहना है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सबको अपने घरों में रहना चाहिए। मास्क का प्रयोग करें। बाहर जाएं, तो सोशल डिस्टेंसिंग अपनाएं।
शिक्षक बनना चाहती हैं रिया
रिया कहती है कि कामयाबी के लिए संकल्प की जरूरत होती है। नियमित अभ्यास किसी भी छात्र को कामयाबी की ओर ले जाता है। उसका सपना अंग्रेजी ग्रामर में पीएचडी कर शिक्षक बनने का सपना है, अब वह भविष्य में इसी दिशा में और अधिक मेहनत करेगी।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.