एसपी रविशंकर छवि ने कहा कि किसी भी अपराध को छुपाने का मतलब अपराध को बढ़ावा देना है। इस नाते छात्राएं अपराध सहन न करें। किसी से डरे बिना पुलिस को बताएं। पुलिस मदद करेगी। छात्राओं को सतर्क रहकर खुद की सुरक्षा करनी चाहिए।
जौनपुर। अपराजिता 100 मिलियंस स्माइल के तहत बुधवार को नगर के हुसैनाबाद में स्थित जनकुमारी इंटर कालेज में पुलिस की पाठशाला का आयोजन किया गया। पाठशाला में एसपी शिक्षक की भूमिका में नजर आए। उन्होंने छात्रों को कानून का पाठ पढ़ाया। महिला हिंसा, सड़क सुरक्षा आदि पर चर्चा की। इस दौरान छात्रों ने कानून व्यवस्था और यातायात को लेकर कई सवाल किए जिनका एसपी ने जवाब दिया।
एसपी रविशंकर छवि ने कहा कि किसी भी अपराध को छुपाने का मतलब अपराध को बढ़ावा देना है। इस नाते छात्राएं अपराध सहन न करें। किसी से डरे बिना पुलिस को बताएं। पुलिस मदद करेगी। छात्राओं को सतर्क रहकर खुद की सुरक्षा करनी चाहिए। किसी आपराधिक वारदात की सूचना पुलिस तक पहुंचाने के तमाम माध्यम हैं। महिलाओं के साथ अगर कोई हिंसा हो रही है तो उसकी शिकायत 1090 पर करें। शिकायत करने वाली महिला को थाने आने की जरूरत नहीं होगी। पुलिस टीम घटना की छानबीन अपने स्तर पर करेगी।
एसपी ने कहा कि आमतौर पर देखा जाता है कि आपराधिक घटना होने पर पुलिस को सूचना देने से लोग बचना चाहते हैं। वे सोचते हैं कि पुलिस उनसे पूछताछ करेगी। कानून की रक्षा करना सिर्फ पुलिस की ही जिम्मेदारी नहीं है। समाज के हर नागरिक की यह जिम्मेदारी है कि वह कानून की रक्षा के लिए अपना योगदान दें। अब व्हाट्सएप, ईमेल, ट्वीटर, पुलिस अफसरों के सीयूजी नंबरों में पर सूचना दी जा सकती है। माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, मनोज वत्स, विपनेश श्रीवास्तव, जिलाजीत प्रजापति, स्वारथ प्रजापति, वीर सिंह, विजेंद्र प्रजापति, दीक्षा श्रीवास्तव, सोनम सिंह, प्रिया सिंह, शीला श्रीवास्तव, शकुंतला श्रीवास्तव, ज्योति श्रीवास्तव, रुपम श्रीवास्तव, श्रीप्रकाश दुबे, राजकुमार यादव आदि मौजूद रहे। आभार प्रधानाचार्य जंगबहादुर सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप जलाकर किया गया। कालेज की छात्राओं ने सरस्वती वंदना और स्वागत गीत प्रस्तुत किए।
छात्राओं ने पूछे सवाल, एसपी ने दिए जवाब
जौनपुर। पुलिस की पाठशाला में यातायात, सड़क सुरक्षा. महिला अपराध से जुड़े तमाम सवाल छात्र-छात्राओं ने किए। इसका एसपी ने एक एक करके जवाब दिया।
कक्षा 12 की छात्रा चांदनी प्रजापति ने सवाल किया कि स्कूल आने के वक्त या फिर छुट्टी होने पर घर जाते समय रास्ते में मनचले फब्तियां कसते हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए क्या करना चाहिए। एसपी ने कहा कि ऐसे लोगों के लिए एंटी रोमियो दस्ता बना है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई की जाती है। आफिस, समाज, रास्ता या घर में भी ऐसी कोई समस्या आने पर 1090 पर शिकायत करें। आप की काल सीधे लखनऊ जाएगी। उसके लिए स्पेशल टीम बनी है, जो कार्रवाई करेगी। 181 नंबर पर भी शिकायत की जा सकती हैं। इसके अलावा महिला थाना और और सभी थानों पर दो-दो महिला कांस्टेबल की तैनाती हैं, जिनसे शिकायत की जा सकती है।
कक्षा नौ के छात्र जयंत श्रीवास्तव ने कहा कि शाम को जब स्कूल से छुट्टी होती है तो सड़क पर बेतरतीब खड़े वाहनों के चलते जाम लग जाता है। इससे घर पहुंचने में देर हो जाती है। इस पर एसपी ने कहा कि जाम लगना बड़ी समस्या है। अब बेतरतीब वाहन खड़ा करने वालों के खिलाफ भारी जुर्माना लगेगा। साथ सड़क पर वाहन चलाने वाले सभी की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि वह अपने लेन में चले। अक्सर यातायात नियमों को तोड़ने के कारण भी जाम लगता है।
12 वीं की छात्रा आकांक्षा ने पूछा कि सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने वालों से कैसे बचा जा सकता है। जवाब में एसपी ने कहा कि अव्वल तो छात्रों को सोशल मीडिया से दूर रहकर पढ़ाई की तरफ ध्यान देना चाहिए। अगर सोशल मीडिया पर कोई अभद्र टिप्पणी करता है तो ऐसे लोगों को ब्लाक कर देना चाहिए। शिकायत मिलने पर पुलिस भी ऐसे लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई करेगी।
11 वीं की छात्रा साक्षी सिंह ने सवाल किया कि सड़क पर नाबालिग लड़के तेज रफ्तार में गाड़ी चलाते और और बाइक पर ही स्टंट दिखाते हैं। ऐसे लोगों से सड़क पर निकलने पर डर लगता है। एसपी ने कहा कि पहली बातों हर माता पिता को चाहिए कि वे नाबालिग लड़कों को बाइक न दें। वे तेज रफ्तार में गाड़ी चलाते हैं खुद भी दुर्घटना का शिकार होते हैं और दूसरों को भी उनकी गलती का खामियाजा भुगतना पड़ता है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए
जौनपुर। पुलिस पाठशाला में सोनी यादव, प्रियंका गुप्ता, श्रेया गौतम, तनिषा प्रजापति, शिवानी, शालिनी आदि छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। प्रधानाचार्य जंगबहादुर सिंह ने उन्हें पुरस्कृत कर उनका मान बढ़ाया।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.