गुरुवार को महेंद्र टेक्निकल इंटर कालेज में अमर उजाला अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स के तहत आयोजित पुलिस की पाठशाला में एडिशनल एसपी (नक्सल आपरेशन) विरेंद्र कुमार यादव ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा सामाजिक कुरीतियों को दूूर करने की जरूरत है। यह तभी संभव है जब छात्राएं शिक्षित होकर सशक्त बनेंगी और अपनी आवाज मजबूती के साथ उठा सकेंगी।
चंदौली। शिक्षित होकर ही सभ्य समाज की स्थापना की जा सकती है। बिना शिक्षा के न तो विकास होगा और न ही कोई सशक्त बनेगा। शिक्षा ही संस्कार, संस्कृति और मजबूती का आधार है। गुरुवार को महेंद्र टेक्निकल इंटर कालेज में अमर उजाला अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स के तहत आयोजित पुलिस की पाठशाला में एडिशनल एसपी (नक्सल आपरेशन) विरेंद्र कुमार यादव ने छात्राओं को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि सामाजिक कुरीतियों को दूूर करने की जरूरत है। यह तभी संभव है जब छात्राएं शिक्षित होकर सशक्त बनेंगी और अपनी आवाज मजबूती के साथ उठा सकेंगी। उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि वे खुद मजबूत बनें और दूसरे के लिए भी मददगार साबित हों। उन्होंने छात्राओं को उत्साहित करते हुए कहा कि शिक्षित होकर वह कई पीढ़ियों का जीवन स्तर सुधार कर सकती है। उन्होंने साथ ही महिला सुरक्षा के लिए जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर 1090, चाइल्ड लाइन 1098, यूपी-100 और आशा ज्योति केंद्र 181 के बारे में जानकारी दी।
इस दौरान छात्रा सुकन्या ने स्कूल आते-जाते समय होने वाली परेशानियों से अवगत कराया। इस पर एएसपी ने कहा कि तत्काल सूचना दें। प्राची ने कहा कि पुलिस प्रभावशाली लोगों के दबाव में काम करती है। इस पर एएसपी ने कहा कि पुलिस दबाव में काम नहीं करती है बल्कि नियमानुसार कार्रवाई कर दोषियों को जेल भेजती है। वहीं शिम्मी परवीन, मंतसा परवीन ने कहा कि शिकायत के बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं करती है, ऐसे में क्या करना चाहिए। इस पर उन्होंने कहा कि पुलिस को सूचना दें इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं होती है तो उच्चाधिकारियों को अवगत कराएं। लक्ष्मी पाठक के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कानून किसी के प्रभाव में काम नहीं करता है। शिक्षित होकर कानून को जानें और समय पर इसका इस्तेमाल करें। आयोजन में 300 छात्राओं ने भागीदारी की। इस मौके पर कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. रामचंद्र शुक्ला, राधेश्याम सिंह, अभिषेक पांडेय मौजूद रहे।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.