Aparajita
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महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

क्या है अपराजिता

Published - Thu 09, May 2019

अपराजिता, अमर उजाला की एक सामा‌जिक पहल है। इसके तहत, न सिर्फ शहरों तक वरन गांव-ढाणी तक महिलाओं को जागरूक करना, स्वालम्बी बनाना, उन्हें उनके हक दिलाने में मददगार बनना और समाज में नारी गरिमा के प्रति सम्मानजनक भाव लाना, हमारा लक्ष्य है।

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अमर उजाला अखबार और सोशल मीडिया नेटवर्क के ‌ज‌रिए हम आम नागरिक को अपराजिता मुहिम से जोड़ना चाहते हैं। हमने एक ऐसा प्लेटफार्म तैयार किया है जहां हम भारत समेत दुनिया भर की महिला सशक्तिकरण से जुड़ी कहानियां और इस दिशा में होने वाले सार्थक प्रयासों की जानकारियां साझा कर सकें। हम इस क्षेत्र से जुड़े कार्यकर्ताओं के विचार व सुझाव भी आमंत्रित करेंगे। 
इस मंच के जरिए हम महिला सशक्तिकरण और उनकी गरिमा को बनाये रखने के परिप्रेक्ष्य में होने वाले कामों को न केवल साझा करेंगे बल्कि महिला हिंसा से जुड़ी खबरों को भी उजागर करेंगे ताकि उन पर तत्काल एक्शन हो सके। इस मुहिम का मकसद महिला हिंसा से जुड़ी घटनाओं को उदाहरण बनाते हुए कानूनी सलाह देना यानी एक केस के संदर्भ में अन्य लोगों को जागरूक करना, सरकारी नीतियों व योजनाओं के बारे में अपडेट करते रहना होगा। साथ में महिला की सुरक्षा व मदद से जुड़ी तमाम हेल्पलाइनों को एक प्लेटफार्म पर लाना है। जहां कोई भी पीड़ित महिला सिर्फ लिंक को क्लिक करके अपनी शिकायत दर्ज करा सके।
शैक्षिक संस्थान इस अभियान की महत्वपूर्ण धुरी हैं। हमारे इस महा-अभियान के मकसद को स्कूल-कॉलेजों को सहभागी बनाकर ही हासिल किया जा सकता है। गर्ल्स कालेज के साथ ही, हमारा फोकस होगा को एजुकेशन और ब्वायेज के स्कूल कॉलेजों पर। अक्सर हम लड़कियों को जागरूक करने में भूल जाते हैं कि लड़कों को जागरूक किए बिना, उनकी सोच बदले बिना बदलाव असंभव है। इसलिए, किशोरों के साथ भी उसी गंभीरता से काम करना होगा।
 
एक कदम पहले ही बढ़ा चुके हैं हम

•लैंगिक समानता और महिला हिंसा के खिलाफ आगे की ओर बढ़ते हुए हमने ‘बेटी ही बचाएगी’ मुहिम का सफलतापूर्वक संचालन किया है। हमारा फोकस उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश था। अपनी इस मुहिम में हम 10 लाख लोगों को जोड़ने में सफल रहे।
 
महिला सशक्तिकरण की ये मुहिम क्यों...
•केवल यूपी में करीब 50 फीसदी यानी दस करोड़ से ज्यादा महिलाएं हैं। यहां पर महिला हिंसा के आंकड़े काफी ज्यादा हैं. प्रदेश को आगे ले जाने का कोई भी सामाजिक-आर्थिक प्रयास इनकी सकारात्मक भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता। महिलाओं की सहभागिता बढाने के लिए पहले हमें हिंसा पर काबू पाना होगा.
•यह अभियान अमर उजाला को अपनी कलम की ताकत दिखाने और उसके विस्तार के लिए एक सकारात्मक मंच देगा। हमारे मौजूदा पाठकों से इतर एक बड़े समूह से संवाद व विमर्श का माध्यम भी बनेगा।
 
अपराजिता.. नारी गरिमा का साझा संकल्प हमारे पूर्व अभियान ‘बेटी ही बचाएगी’ का विस्तार है। ये मुहिम हर महिला के चेहरे पर मुस्कान के लिए काम करेगी। हमारा लक्ष्य ही है-100 Million smiles. 

इस मुहिम में आपका स्वागत है। संकल्प पत्र भरकर जुड़ जाइए इस महायज्ञ में......।