अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स के तहत राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भदईपुरा में स्वच्छता विषय पर कार्यशाला आयोजित
रुद्रपुर। अमर उजाला अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स के तहत सोमवार को रुद्रपुर के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भदईपुरा में छात्राओं के लिए स्वच्छता विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें छात्राओं को स्वच्छता के महत्व और उसके लाभों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में 75 छात्राओं और शिक्षिकाओं ने संकल्प पत्र भरे।
राउप्रा विद्यालय भदईपुरा में महिला राइजिंग फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित कार्यशाला में फाउंडेशन की अध्यक्ष चंद्रकला राय मनीषा ने छात्राओं को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि हम सभी को स्वच्छता की शुरुआत अपने घर से करनी चाहिए। इस दौरान छात्राओं को मासिक धर्म के बारे में जानकारी देते हुए नाइन संस्था ने नि:शुल्क सेनेटरी नेपकिन बांटे। वहां सोनम सिंह, अनीता मिश्रा, मीनू जोशी, नीलम कांडपाल, विजय आहूजा, प्रधानाध्यापक राजेश सिंह पाल, राकेश श्रीवास्तव, दिलप्रीत गुजराल, हेमचंद्र, हनी सिंह, सुनीता, रजनी, रामलली, माया, दीपा थे।
हम सभी को स्वच्छता के प्रति जागरूक होना चाहिए। बचपन से ही बच्चों को सफाई की आदत डालनी चाहिए जिससे बड़े होने पर भी वह स्वच्छता के प्रति सजग रह सके। - रंजीता अरोरा, दीपा राय
स्वच्छता की शुरूआत प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर से करनी चाहिए। घर स्वच्छ होगा तो ही समाज को भी स्वच्छ कर सकेंगे। ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से लोगों में जागरूकता बढ़ती है। - अमृत कौर, कुसुम पाल - शिक्षिका
स्वच्छता को लेकर आयोजित कार्यशाला में शामिल होकर नई जानकारियां मिली। हम सभी को स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। स्वच्छ वातावरण से सकारात्मका बढ़ती है। - निशा, सोनी - छात्रा
हमें स्वच्छता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए इसकी शुरुआत घर से ही करनी चाहिए। इसके साथ ही अभिभावकों और लोगों को भी सफाई के प्रति जागरूक करना चाहिए। - सबीना सैफी, बबली - छात्रा
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.