नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर पुलिस की पाठशाला में एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने विद्यार्थियों को दिए टिप्स
हल्द्वानी। एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने कहा कि नशे की पहली डोज मुफ्त में मिलती है। शुरूआत में आपका दोस्त ही आपको नशा उपलब्ध कराएगा। नशा देने वाला कभी आपका दोस्त नहीं हो सकता। वह आपको भविष्य में नशे का ग्राहक बना रहा है। आप कब नशे की गर्त और अपराध की दुनिया में धंसते चले गए, आपको पता भी नहीं चलेगा।
सिंथिया स्कूल में नशा मुक्ति निबंध प्रतियोगिता के दौरान आयोजित पुलिस की पाठशाला में एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने कहा कि 13 से 19 साल की उम्र सबसे संवेदनशील उम्र होती है। घर के आसपास खेलने कूदने का स्थान उपलब्ध नहीं होने से बच्चे मोबाइल और टीवी तक सीमित हो रहे हैं। ऐसे में नशे जैसी बुराइयों से बचाने में अभिभावकों के साथ ही शिक्षकों की भूमिका अहम है।
ये दिए सुझाव:
बच्चों के सवाल और एसएसपी के जवाब
नशे के आदी लोगों से उलझिए मत, सबसे पहले उस व्यक्ति के परिजनों को बताइये। अगर वह आपका सहपाठी है तो शिक्षकों को भी जानकारी दें।
सामाजिक तानाबाना कमजोर होने की वजह से ऐसी स्थिति पैदा हुई है। अत्यधिक फिक्र और डर की वजह से अभिभावक ऐसा करते है।
पुलिस सेवा में चार स्तर पर इंट्री ली जा सकती है। सीधी भर्ती के माध्यम से कांस्टेबल, सब इंस्पेक्टर और यूपीएससी द्वारा आयोजित आईपीएस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
अभिभावक अपनी इच्छाएं बच्चों पर थोपते हैं जो सरासर गलत है। बच्चे की प्रतिभा को देखते हुए प्रोत्साहित करना चाहिए। किसी भी उलझन की स्थिति में परिवार के दूसरे सदस्यों से भी राय ले सकते हैं।
निबंध में केवीएम की रिया कालाकोटी ने बाजी मारी
हल्द्वानी। अमर उजाला की अपराजिता:100 मिलियन स्माइल्स मुहिम और नैनीताल पुलिस के संयुक्त आयोजन में बुधवार को सिंथिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित ‘नशा: समस्या और समाधान’ विषय पर निबंध लेखन प्रतियोगिता में केवीएम स्कूल की छात्रा रिया कालाकोटी ने पहला पुरस्कार जीता। दूसरे स्थान पर बियरशिवा स्कूल के छात्र आशीष भंडारी तथा तृतीय स्थान जीजीआईसी हल्द्वानी की छात्रा उन्नति चंद ने पाया। वहीं, वुडलैंड स्कूल की छात्रा अंजलि पोखरियाल चौथे और क्वींस स्कूल की छात्रा दिव्या बिष्ट पांचवां स्थान प्राप्त किया।
विजेताओं को एसएसपी सुनील कुमार मीणा, एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव, सिंथिया स्कूल के प्रधानाचार्य प्रवींद्र कुमार रौतेला और वरिष्ठ पत्रकार तारा चंद्र गुरुरानी ने प्रतीक चिन्ह और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। विभिन्न स्कूलों के 20 शिक्षक- शिक्षिकाओं ने निबंध लेखन प्रतियोगिता की कापियों के मूल्यांकन कार्य में जज की भूमिका निभाते हुए एक घंटे के भीतर ही परिणाम तैयार किया। इससे पूर्व सिंथिया स्कूल के प्रधानाचार्य प्रवींद्र कुमार रौतेला ने मुख्य अतिथि एसएसपी सुनील कुमार मीणा, एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव, रोटरी क्लब के असिस्टेंट गवर्नर रमेश शर्मा, पीएसए अध्यक्ष गोपाल बिष्ट, महासचिव कैलाश भगत, इंस्पिरेशन स्कूल के दीपक बल्यूटिया, पीएसए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल जोशी, दीक्षांत इंटरनेशनल के समित टिक्कू, गुरुकुल स्कूल के प्रधानाचार्य जेपी सिंह, सेंटलारेंस स्कूल की प्रधानाचार्या अनीता जोशी, काशीपुर के सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर अरविंद श्रीवास्तव को बुके देकर उनका स्वागत किया। कार्यक्रम में स्कूल के बच्चों ने गणेश वंदना की प्रस्तुति के बाद स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
इन स्कूलों के बच्चों ने किया प्रतिभाग
बियरशिबा स्कूल, डॉन बॉस्को, डीपीएस लामाचौड़, यूनिवर्सल कॉन्वेंट, सिंथिया स्कूल, शिवालिक इंटरनेशनल, डीएवी स्कूल, राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय राजपुरा, जीजीआईसी बनभूलपुरा, श्रीगुरु तेग बहादुर, नैनी वैली, एमबी इंटर कॉलेज, ललित आर्य महिला कॉलेज, द मास्टर्स स्कूल, जिम कॉर्बेट स्कूल, चिल्ड्रंस एकेडमी, दून पब्लिक स्कूल, जेडीएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल, गुरुकुल इंटरनेशनल, जीजीएचएस गांधीनगर, ओरम स्कूल, एसवीएम इंटर कालेज, जीजीआईसी हल्द्वानी, वुडलैंड्स स्कूल, दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल, द हैरीटेज स्कूल, खालसा नेशनल गर्ल्स इंटर कालेज, केवीएम, बीएलएम एकेडमी, दीप्ति पब्लिक स्कूल, हिमालयन पब्लिक स्कूल, क्वींस पब्लिक स्कूल, सेंट थेरेसा स्कूल, केजीएम, नगर निगम इंटर कालेज काठगोदाम, एसेंट पब्लिक स्कूल, सेंट लारेंस, जीआईसी राजपुरा, निमोनिक कान्वेंट स्कूल, रैनबो स्कूल।
इन्होंने किया सहयोग
सिंथिया स्कूल के एकेडमिक कोआर्डिनेटर बीबी जोशी, अश्विनी सारस्वत, आईडी जोशी, बीसी सती, पुष्कार सिंह, भूपेंद्र सिंह, मीना राना, नीतिश राज के अलावा अन्य स्कूलों के जीएस रावत, हिमानी जोशी, गोपाल बिष्ट, रमा पांडे, सुमन बुधलाकोटी, नेहा रावत, आशा गुप्ता, दया, भारती भट्ट, डीके मिश्रा, अनुपमा पांडे, प्रकाश चंद्र डूंगरकोटी, कल्पना टम्टा, हर्षिता वोहरा, धैर्य प्रकाश, प्रमोद जोशी, हेमा पाठक, कैलाश चंद्र, कविता कार्की, दीप्ति जोशी, सीता कोली, अनुज गंगवार, आशा बिष्ट, यतीश तिवारी, अंजू शर्मा, राजेश खत्री, सीमा, इंदू भट्ट, डॉ. तजिंदर कौर, सुचिता, सरिता भट्ट, परवीन खान, सूरज गोस्वामी, नीरज भट्ट, चंद्रकला रौतेला, जे. मेहरा, ममता पांडे, शत्रुघ्न कामट, प्रशांत चौधरी,गार्गी, सिस्टर शीला, मधुमिता दास, रश्मि भट्ट, अंजू शर्मा, निशा पांडे आदि टीचर्स ने सहयोग किया।
निबंध प्रतियोगिता में बच्चों ने लिखा:
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.