हुबली की बच्ची ओजल नलावड़े की उम्र महज 12 साल है, लेकिन इतनी कम उम्र में उन्होंने अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवा लिया है।
नई दिल्ली। जिस उम्र में बच्चे पढ़ाई-लिखाई और शरारतों के बीच अपना बचपन बिता देते हैं उसी उम्र में हुबली की बिटिया ओजल नलावड़े ने अपने नाम विश्व क्रीतिमान कर लिया है।ओजल दुनिया की सबसे तेज ब्लाडंड फोल्डेड स्केटर हैं। 2019 में उनके बनाए इस रिकॉर्ड को आजतक कोई नहीं तोड़ पाया है।
जब मिले तीन मौके
जब ओजल ने इस रिकॉर्ड के लिए स्केटिंग की गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारियों ने उनके सामने तीन मौके दिए। पहला मौका चूक गया, दूसरे में भी सफलता नहीं मिली, तो ओजल ने तीसरे मौके को खाली नहीं जाने दिया और उन्होंने सफलता प्राप्त की। अपनी सफलता के लिए माता-पिता और कोच को श्रेय देने वाली ओजल का सपना भविष्य में एक बेस्ट स्केटर बनना है, जो भारत को पदक दिला सके।
कई रिकॉर्ड हैं नाम
वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली ओजल के नाम ये पहला रिकॉर्ड नहीं है। इससे पहले भी वो कई अन्य रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी हैं। ओजल इससे पहले भी वह एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और अन्य में आठ बार अपना नाम दर्ज करवा चुकी हैं। दो साल की उम्र से स्केटिंग की प्रैक्टिस शुरू करने वाली ओजल काफी मेहनती भी हैं। वो अपना पूरा फोकस खेल पर लगाती हैं। इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए वो हर रोज सुबह आंखों पर पट्टी बांधकर स्केटिंग करने की प्रैक्टिस करती थी।रिकार्ड बनाने के दौरान उन्होंने आंख पर पट्टी बांधकर 400 मीटर की दूरी तय की।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.