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अमर उजाला भविष्य ज्योति सम्मानः आत्मविश्वास से भर उठे मेधावी

Published - Mon 01, Jul 2019

उमस भरी गर्मी के बीच अधिकारियों के हाथों सम्मान पाकर मेधावियों के चेहरे खिल उठे। अमर उजाला की ओर से भविष्य ज्योति सम्मान समारोहा का आयोजन बुधवार को हाशमी गर्ल्स पीजी कॉलेज में किया गया।

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उमस भरी गर्मी के बीच अधिकारियों के हाथों सम्मान पाकर मेधावियों के चेहरे खिल उठे। अमर उजाला की ओर से भविष्य ज्योति सम्मान समारोहा का आयोजन बुधवार को हाशमी गर्ल्स पीजी कॉलेज में किया गया। कार्यक्रम में मेडल और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित मेधावी आत्मविश्वास से लबजरेज होकर लौटे।

अमर उजाला भविष्य ज्योति कार्यक्रम में सुबह नौ बजे से छात्र छात्राओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया। मेधावियों की चहल कदमी से स्कूल परिसर गुलजार हो गया। मां, पिता और भाइयों के साथ आए मेधावी उत्साहित दिखे। पंजीयन के लिए छात्र-छात्राओं में उत्साह दिखाई दिया। मेधावियों ने आपस में चर्चा की। क्या बनना है कैसे पढ़ाई करेंगे।

मेेेधावियों को सम्मानित करने पहुंचे डीएम उमेश मिश्र और एसपी डॉ. विपिन ताडा छात्र-छात्राओं से मुखातिब हुए। बाल मन को टटोला। उन्हें भविष्य की संभावित खतरों से आगाह कराया। मां-बाप और बड़ों की बातों को मानने की ताकीद की। इसके साथ ही अभिभावकों से बच्चों को समय देने की अपील की।

बाद में डीएम और एसपी ने मेधावियों को मेडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। संचालन सैयद शीबान कादरी ने किया। इस दौरान हाशमी एजुकेशनल ग्रुप के चेयरमैन डा. सिराजुद्दीन हाशमी, प्राचार्य डॉ. नौशाबा परवीन, हीना खान, डॉ. शबाना परवीन, डॉ. आसिफ अली, इफ्तिखार अनीस, रेहाना इफ्तिखार आदि मौजूद रहे।

सफलता का मंत्र 

'दृढ़ इच्छा शक्ति और मेहनत का कोई विकल्प नहीं'

डीएम उमेश मिश्र ने कहा कि शौर्य, धन और साहित्य का वह रूप अच्छा है, जो लोगों के जीवन में काम आ सके। जो समाज अपने बच्चों का सम्मान नहीं करता है। वह अधिक तरक्की नहीं कर पाता है। बालिकाओं की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि उनके बगैर सशक्त राष्ट्र और समाज की कल्पना मुश्किल है। नेपोलियन बोनापार्ट के हवाले से बताया कि, उन्होंने कहा कि आप मुझे शिक्षित महिला दें मैं आपको एक सशक्त राष्ट्र दूंगा।

उन्होंने समाज का आह्वान करते हुए कहा कि छात्राओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बच्चों सामने पूरी दुनिया है। जरूरत इस बात की है कि क्षमताओं को खुद पहचानें। लक्ष्य के प्रति दृढ़ इच्छा शक्ति बेहद जरूरी है। सफलता का मंत्र यही है।