अपराजिता साइलेंट चेंजमेकर्स
एटा। शहर की मारहरा दरवाजा निवासी मीरा देवी की पहल महिलाओं के लिए रोजगार का जरिया बनी है। स्वयं सहायता समूह के जरिए मीरा देवी ने दो महीने पहले सखी सहेली किचन मसाले का लघु उद्योग शुरू किया। आज उनकी कोशिश दर्जनभर से अधिक महिलाओं को सशक्त बना रही है।
डेढ़ साल पहले की थी शुरुआत
मीरा देवी ने डेढ़ साल पहले क्षेत्र की महिलाओं को इकट्ठा किया और सखी सहेली महिला स्वयं सहायता समूह बनाया। उन्होंने सहायता समूह के जरिए मिले रिवाल्विंग फंड से महिलाओं को बचत करने के तरीके सिखाए। जब महिलाएं उन्मुख होने लगी, तो स्वरोजगार की आस जगी। इसके बाद मीरा देवी ने लोन लेकर किचन मसाले का लघु उद्योग शुरू किया। अब मीरा देवी बाहरी जिलों से साबुत मसाले मंगाती हैं और उनको अपने उद्योग पर पीसकर बाजार में बेचती हैं। इस काम में समूह की सारी महिलाएं जुटती हैं। अब आलम यह है कि सखी सहेली मसाले जिले की पहचान बनने की ओर अग्रसर हैं। मीरा देवी बताती हैं कि मसाले बनाने के काम से आर्थिक उन्नति हुई है। अब बाहरी जिलों और गांवों से भी ऑर्डर मिलने लगे हैं। वे कहती हैं कि अभी और आगे बढ़ना है। वह जल्द ही अचार, पापड़ बनाने का उद्योग भी शुरू करने की तैयारी में हैं।
बढने लगा कारवां
मीरा देवी बताती हैं कि डेढ़ साल पहले महज 10 महिलाएं समूह से जुड़ी थीं, लेकिन अब महिलाओं की संख्या बढ़ने लगी है। कई महिलाएं उनके पास रोजगार की आस में पहुंचती हैं। जिन्हें वे पूरा सहयोग करती हैं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.