चीन की 24 साल की महिला स्पेस कमांडर झोउ चेंगयू ने चेंग-5 मून मिशन में अहम भूमिका निभाई हैं। इसकी वजह से वह आजकल सोशल मीडिया की सुर्खियों में छाईं हुईं हैं। वह बेहद कम उम्र की स्पेस कमांडर है। इस युवा महिला के जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है।
नई दिल्ली। इस युवा कमांडर झोउ चेंगयू को उनके सहयोगी सम्मान के साथ 'बड़ी बहन' कहकर बुलाते हैं। पिछले सात वर्षों में चेंग-5 मिशन चीन का तीसरा सबसे सफल मून लैंडिंग मिशन रहा है। झोउ इस मिशन के रॉकेट कनेक्टर सिस्टम की इंचार्ज थीं। यह एक बेहद अहम जिम्मेदारी थी। चीन के सरकारी मीडिया ने इस मिशन में उनकी भूमिका का जिक्र किया, इसके बाद से ही इस युवा एस्ट्रोनॉट को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सुर्खियां मिलनी शुरू हो गईं।
देश का सम्मान बढ़ाया
अंतरिक्ष में जाने वाली यह युवा बेहद कम उम्र की हैं। सोशल मीडिया यूजर्स सहित हर कोई उनके तेज दिमाग की तारीफ कर रहा है। वह उन्हें एक ऐसे शख्स के तौर पर देख रहे हैं, जिसने देश का सम्मान बढ़ाया है। झोउ चीन के गुइझोउ प्रांत की रहने वाली हैं। हालांकि, उन्हें अचानक से मिली सुर्खियों का उन पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा है।
साक्षात्कर के लिए नहीं अनुमति
उनकी इस उपलब्धि के बाद कई लोग उनका साक्षात्कार करना चाहते थे लेकिन उन्होंने इसकी अनुमति नहीं दी। उनकी मानें तो वह नहीं चाहती हैं कि उनका नाम उनके काम के आड़े आए। चेंग-5 मिशन का मकसद चंद्रमा की चट्टानों और मिट्टी को इकट्ठा करना है ताकि वैज्ञानिकों को चांद के बारे में और ज्यादा जानकारी मिल सके। चेंग-5 का नाम चीन की चंद्रमा की देवी के नाम पर पड़ा है। अगर यह मिशन पूरी तरह से सफल होता है तो यह पिछले 40 वर्षों में पहला मौका होगा जबकि चंद्रमा से सैंपल्स धरती पर आएंगे। इसके साथ ही चीन अमेरिका और सोवियत यूनियन के बाद ऐसा करने वाला तीसरा देश बन जाएगा। यह मिशन चीन के स्पेस सुपरपावर बनने की दिशा में किए जा रहे कामों का एक अहम हिस्सा है।
मिशन के लिए थी मजबूत महिला की तलाश
ज्यादातर चीनी लोग चीन की चांद की देवी की चेंग की गाथा को जानते हैं। यह कहानी रोमियो और जूलियट से ज्यादा अलग नहीं है। इसमें एक महिला ने अमृत पी लिया था और गलती से उसके पति के लिए यह नहीं बचा। इसके बाद वह भारहीन होकर चंद्रमा पर उड़ती हुई पहुंची ताकि वह मृत्यु तक अपने पति के पास रह सके। हर साल चीन के चंद्र त्योहार के वक्त यह कहानी सुनाई जाती है। ऐसे में चीन के लोगों का चंद्रमा और इसकी देवी के साथ जुड़ाव है। इस वजह से चीन के चंद्र मिशन के लिए एक मजबूत महिला जरूरत थी। ऐसे में 24 साल की झोउ चेंगयू अपनी सफलता से छा गईं। उन्हें एयरोस्पेस सेक्टर में चीन की पहली पंक्ति का सिपाही बताया जा रहा है।
चीन बढ़ाना चाहता है महिलाओं की भागीदारी
चीन तेजी से अपने देश में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को दिखाना चाहता है। देश का उच्च नेतृत्व भारी तौर पर पुरुषों के दबदबे वाला है लेकिन, नवंबर में चीन के न्यूजपेपर ग्लोबल टाइम्स ने देश के लोगों को मेडिकल साइंटिस्ट चेन वेई, विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनीइंग और यूएफसी फाइटर झैंग वीली जैसी महिलाओं को उपलब्धियों पर टिप्पणी करने के लिए आमंत्रित किया था लेकिन, चीन में कई लोगों का मानना है कि देश में महिलाओं की भूमिका अभी भी काफी कम है। जिसे बढ़ाए जाने की जरूरत है।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.