महिलाएं अपने अधिकारों को जाने और इसका लाभ लें। किसी भी रोग के संबंध में चिकित्सकों से बिना झिझक के सलाह अवश्य लें। कई बार परामर्श न लेना घातक भी साबित होता है।
बर्डपुर। हौसले बुलंद हों तो हर मंजिल आसान होती है। महिलाएं अपने अधिकारों को जाने और इसका लाभ लें। किसी भी रोग के संबंध में चिकित्सकों से बिना झिझक के सलाह अवश्य लें। कई बार परामर्श न लेना घातक भी साबित होता है। मासिक धर्म संबंधी परेशानियों को भी चिकित्सक से साझा करें। जिससे की समय पर उपचार किया जा सके।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बर्डपुर में अमर उजाला फाउंडेशन के अपराजिता अभियान के तहत मंगलवार को आयोजित हुई स्वास्थ्य की पाठशाला में ये बातें पीएचसी प्रभारी डॉ. सुबोध चंद्रा ने कहीं। उन्होंने कहा कि जब बेटियां समृद्ध होंगी तभी देश और समाज दोनों मजबूत होगा। ऐेसे बेटियों का मजबूत होना बहुत जरूरी है। डॉ. लोकनाथ यादव ने कहा कि शिक्षा के साथ ही बेटियों का स्वस्थ रहना भी जरूरी है। घर की बेटियां स्वस्थ होंगी तो पूरा परिवार स्वस्थ होगा और तभी एक स्वस्थ समाज की परिकल्पना साकार होगी। इस दौरान कैंप लगाकर 12 गर्भवतियों और 55 मरीजों की जांच कर उन्हें निशुल्क दवाइयां भी दी गई। स्वाति शर्मा, सीमा देवी, सोना देवी, अनुसुइया, दुर्गावती जायसवाल, नीलम, संजना, राधिका देवी, सुशीला जायसवाल, कुमकुम श्रीवास्तव, संतोषी शर्मा, कौशिल्या बिंदु मिश्र, विजय लक्ष्मी, गीता श्रीवास्तव, मीरा शुक्ल, शकुंतला, आरती, रुकसाना खातून, दीपमाला आदि मौजूद रहीं।
आएगी जागरूकता
ऐसे आयोजन से समाज में जागरूकता आती है। इससे आसपास के लोगों को भी जागरूक करने में मदद मिलेगी। समय-समय पर ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए।
- कुुमकुम श्रीवास्तव
भ्रम दूर होंगे
ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी बहुत सी भ्रामक धारणाएं हैं। यह कार्यक्रम लोगों को भ्रमित होने से बचाएगा। बेटियां झिझक छोड़ समस्याएं बताकर बेहतर सलाह लेंगी।
- डॉ. यासमीन
समय-समय पर होते रहें कार्यक्रम
घर की बेटियां स्वस्थ होंगी तो पूरा परिवार स्वस्थ होगा। कार्यक्रम से लोगों में जागरूकता का संचार होगा। ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर होते रहने चाहिए।
- रुकसाना खातून
दूसरों को भी दूंगी जानकारी
जानकारी के बाद स्वास्थ्य की जांच की गई। यह काबीले तारीफ है। पाठशाला में कई जानकारियां मिलीं। इन्हें दूसरों को भी बताऊंगी। जिससे वे इससे लाभान्वित हो सकें।
- गीता श्रीवास्तव
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.