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अपनी लड़ाई अब खुद लड़ेंगे और बनेंगे ‘अपराजिता’

Published - Thu 25, Jul 2019

अपराजिता-100 मिलियन स्माइल्स और मानव एकेडमी की ओर से चलाए जा रहे आत्मरक्षा शिविर में 100 छात्राओं को आत्मरक्षा की हर उस विधा से रूबरू कराया गया, जिससे वह खुद का बचाव कर सकें।

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वाराणसी। आत्मरक्षा शिविर के दौरान जो कुछ सीखा, उससे इतना हौसला आ गया है कि अब हम अपनी लड़ाई खुद लड़ेंगे और खुद को ‘अपराजिता’ साबित करेंगे। प्रशिक्षण के दौरान सेल्फ डिफेंस की छोटी-छोटी तकनीक सीखने को मिली है, जिसे अपनाकर सामने वाले को पस्त कर सकते हैं।
 यह कहना था उन छात्राओं का जिन्होंने अमर उजाला फाउंडेशन, अपराजिता-100 मिलियन स्माइल्स और मानव एकेडमी की ओर से चलाए जा रहे आत्मरक्षा शिविर में हिस्सा लिया था। दस दिनों तक चलने वाले इस शिविर में 100 छात्राओं को आत्मरक्षा की हर उस विधा से रूबरू कराया गया, जिससे वह खुद का बचाव कर सकें। मंगलवार को राजातालाब के बीरभानपुर स्थित शिवरामा पब्लिक स्कूल में शिविर का समापन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य अमरेश पटेल ने छात्राओं को प्रमाणपत्र प्रदान किया। समापन पर मानव एकेडमी ऑफ मार्शल आर्ट्स की ओर से दिव्या पांडेय, कृतिका पटेल, पूजा देवी, अंशु सिंह, ज्योति उपाध्याय, लक्ष्मी नारायण, शिव कुमार पटेल आदि उपस्थित रहे।

  •  डर और झिझक की बात अब पुरानी हो चुकी है, अब तो सीखी हुए तकनीक का इस्तेमाल कर गलत करने वाले को सबक सीखाना है। - अंकिता पटेल
  • सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग हमारे लिए बहुत जरूरी है। पंच से कैसे अटैक करना है, कहां इस्तेमाल करना है, ये सारी तकनीक हमें सेल्फ डिफेंस की कार्यशाला में मिली। - स्नेहा सिंह
  • सेल्फ डिफेंस की तकनीक तो सीखी ही, इसके साथ ही खुद में आत्मविश्वास भी आया है। अब हम किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकेंगे। - उन्नति
  • यह प्रशिक्षण सिर्फ हमारे लिए मददगार साबित नहीं होगी, बल्कि कभी जरूरत पड़ी तो हम किसी दूसरे की भी मदद के लिए इसका प्रयोग कर सकते हैं। - नेहा पटेल