रास्ते में चलते समय कभी भी हौसला नहीं हारना चाहिए। जब हम घर से निकलें तो मजबूती के साथ चलें और असामाजिक तत्वों को मुंहतोड़ जवाब दें। कई बार छात्राएं रास्ते में चलते समय घबराई हुई रहती हैं। चलते समय चेहरे पर आत्मविश्वास होना चाहिए, जिससे सामने वाले छेड़ने की हिम्मत ही न कर सकें।
गाजियाबाद। रास्ते में चलते समय कभी भी हौसला नहीं हारना चाहिए। जब हम घर से निकलें तो मजबूती के साथ चलें और असामाजिक तत्वों को मुंहतोड़ जवाब दें। कई बार छात्राएं रास्ते में चलते समय घबराई हुई रहती हैं। चलते समय चेहरे पर आत्मविश्वास होना चाहिए, जिससे सामने वाले छेड़ने की हिम्मत ही न कर सकें। यह विचार विजयनगर प्रताप विहार स्थित न्यू रेनबो पब्लिक स्कूल में अमर उजाला के अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स अभियान के तहत जूडो कोच परवेज अली ने छात्राओं के समक्ष रखे। उन्होंने छात्राओं को सेल्फ डिफेंस के के गुर सिखाए। साथ ही अभ्यास भी कराया, जिससे वह किसी भी असामाजिक तत्वों से लड़ सकें। छात्राओं के प्रत्येक सवाल का जवाब भी सरलता के साथ दिया।
शुक्रवार को न्यू रेनबो पब्लिक स्कूल में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कोच ने कहा कि लड़कियों में दूसरे की प्रवृत्ति समझने की क्षमता अधिक होती है इसलिए छात्राओं को समझना होगा कि वह काफी मजबूत और सशक्त हैं। इसके अलावा कोच ने छात्राओं को सेल्फ डिफेंस के गुर सिखाए। उन्होंने कहा कि आप चाहे ताइक्वांडो, जूडो या कराटे कुछ भी सीख लो लेकिन यदि आप मन से मजबूत नहीं हैं तो ये सब बेकार हैं। मन की मजबूती ही सबसे बड़ा हथियार है। आपके साथ कुछ गलत होता है तो सबसे पहले इस संबंध में अपने परिजनों व स्कूल, कॉलेज के प्रधानाचार्य शिक्षिकाओं को जाकर बताएं। उन्होंने कहा कि शुरू में हम छोटी-छोटी घटनाओं को छिपाते रहते हैं लेकिन आपको यह नहीं पता होता है कि कभी भी बड़ा रूप ले सकती है। जब तक आप संभलेंगे काफी देर हो चुकी होगी इसलिए कोई भी बात न छुपाएं।
बचाव के लिए कैसे करें प्रयोग
कोच ने छात्राओं को बताया कि आपके पास आई कार्ड, हेयरबेंड, पानी की बोतल और हेयर पिन जरूर होती है। आपके साथ रास्ते में चलते समय कोई असामाजिक तत्व छेड़छाड़ करता है या पास आने की कोशिश करता है तो आप उसे मुंहतोड़ जवाब दे सकते हैं। उन्होंने छात्राओं को आई कार्ड, हेयरबेंड, पानी की बोतल और हेयर पिन का प्रयोग करना बताया। छात्राओं ने उसका अभ्यास भी किया।
बोली छात्राएं
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.