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किक और पंच ने बढ़ाई बेटियों की हिम्मत, बनेंगी अपराजिता

Published - Sun 04, Aug 2019

निवेदिता शिक्षा सदन की छात्राओं का कहना है कि, अब अगर हमसे कोई छेड़खानी करता है या परेशान करता है तो हम वार कर सकते हैं।

aparajita self defence

वाराणसी। आत्मरक्षा के प्रशिक्षण ने हमें हमारे अंदर की क्षमताओं को पहचानने और उसे निखारने का एक अवसर दिया है। इसके जरिए हमने खुद की सुरक्षा की तकनीक जानी। अब हमसे कोई छेड़खानी करता है या परेशान करता है तो हम वार कर सकते हैं। यह कहना था शनिवार को निवेदिता शिक्षा सदन में चल रहे आत्मरक्षा कैंप में कराटे का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी छात्राओं का।
अमर उजाला फाउंडेशन, अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स और मानव एकेडमी ऑफ मार्शल आर्ट्स की ओर से विद्यालय की 600 छात्राओं को 10 दिन तक किक और पंच का प्रशिक्षण दिया गया। शनिवार को विद्यालय की प्रधानाचार्य आनंद प्रभा ने छात्राओं का प्रमाण पत्र प्रदान किया। इस अवसर मानव एकेडमी की ओर से ज्योति सिंह, निधिराज गुप्ता, अनीता प्रजापति मौजूद रहीं।

  • छात्राओं को अपनी रक्षा के लिए सजग होना होगा। पढ़ाई के साथ लड़कियों को आत्मरक्षा का भी प्रशिक्षण लेना भी जरूरी है, इससे उनके अंदर आत्मविश्वास आएगा। - श्रुति केशरी
  • लड़कियां अब कमजोर नहीं है, उन्हें अपनी शक्ति को पहचानना होगा। मुसीबत के समय डर के साथ नहीं बल्कि डटकर गलत करने वाले का जवाब दें। - संस्कृति गुप्ता
  • प्रशिक्षण शिविर से छात्राओं का हौसला बढ़ा है कि हम अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकते हैं। प्रशिक्षण में किक और पंच के साथ खुद में विश्वास भी जागृत हुआ है। - पलक
  • आज के समय में जिस तरह की घटनाएं लड़कियों के साथ हो रही हैं, ऐसे में कराटे के दावपेंच सीखकर मुसीबत के समय हम अपनी सुरक्षा खुद कर सकते हैं। - राधा कुमारी