Aparajita
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महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

महिलाओं के दर्द को महसूस करते-करते लेखिका बन गई ऊषा

Published - Mon 11, Mar 2019

अपराजिता चेंजमेकर्स बेटियां

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मथुरा। कृष्णा नगर निवासी ऊषा शर्मा एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका हैं। ऊषा शर्मा ने महिलाओं के साथ समाज में होने वाले व्यवहार को अपनी तीन पुस्तकों के माध्यम से बयां किया है। उनकी एक किताब है तेरा फैसला मेरी जिंदगी, कुछ रिश्ते ऐसे भी और प्रश्नचिन्ह। इन तीनों पुस्तकों को अवार्ड भी मिल चुका है। ऊषा शर्मा का कहना है कि उन्होंने महिलाओं की समस्या को अपनी इन पुस्तकों के माध्यम से सामने लाने की कोशिश की है। जो भी अपने आसपास और समाज में देखा है उसे किताब के माध्यम से इंगित किया है।