दस्यु सरगना से राजनीति में कदम रखने वालीं फूलन देवी के गुढ़ा का पुरवा गांव में 15 साल पहले तक घर-घर शराब की भट्ठियां थीं। सूरज ढलते ही लगभग पूरा गांव नशे में झूमने लगता था। आसपास के गांवों में भी शराब सप्लाई की जाती थी। इसी के साथ और भी कई कुरीतियां गांव में आ गई थी। बदनामी के चलते इस गांव में कोई अपनी बेटी की शादी करने से भी कतराता था। भगवती देवी प्रधान बनीं तो उन्होंने शराब से गांव का पिंड छुड़ाने का बीड़ा उठाया और सफल जंग लड़ी। जिला प्रशासन ने उनकी सराहना की है।