अपराजिता अभियान
अमर उजाला के अपराजिता: 100 मिलियन स्माइल्स अभियान के तहत 16 मार्च को प्रदेश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में आयोजन हुए। इसके तहत छात्राओं के महिला अधिकारों से रूबरू कराया गया। छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी गई तथा उन्हें हमेशा सजग व सतर्क रहने को प्रेरित किया गया। इस दौरान सभी ने अपराजिता शपथ पत्र भरे तथा नारी गरिमा को बनाए रखने का संकल्प लिया।
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उपभोक्ताओं को बताए उनके अधिकार : झांसी। विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के अवसर पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें विशेषज्ञों ने लोगों को उपभोक्ता अधिकारों की जानकारी दी। इस दौरान कहा गया कि जागरूकता के जरिए उपभोक्ता बाजार में खर्च किए गए पैसे की पूरी कीमत हासिल कर सकते हैं। शिविर का आयोजन खातीबाबा स्थित शियरवुड स्कूल के पास उत्तरप्रदेश उपभोक्ता परिषद (युवा शाखा) के सहयोग से हुआ।
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बच्चों ने सजाया रंगों का संसार : मुरादाबाद। छोटे-छोटे हाथों में रंग थे तो कागज पर उनकी कलाकारी। जमकर उस कलाकारी में रंग भरकर बच्चों ने रंगों का संसार सजाया। मुरादाबाद पब्लिक स्कूल में आयोजित ड्राइंग एंड पेंटिंग कॉम्पिटिशन में बच्चों ने उत्साह से हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने पर्यावरण की रक्षा, पानी बचाने के साथ ही समाज में व्याप्त कुरीतियों पर भी कटाक्ष किया। स्कूल के स्टाफ ने बच्चों की हौसला अफजाई की।
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अधिकारों के प्रति जागरूक हों महिलाएं : देवरिया। महिलाओं का सम्मान सर्वोपरि है। कानून में महिलाओं के लिए कई विशेष प्रावधान किए हैं, लेकिन उसका फायदा तभी मिलेगा जब वह अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगी। यह बात एसडीएम विनीत कुमार सिंह ने सरयू विद्यापीठ पटेलनगर में आयोजित कानून की पाठशाला में संबोधित करते हुए कही। उन्होंने घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, महिला सुरक्षा, पीएनडीटी एक्ट आदि के बारे में बताते हुए अन्याय का प्रतिकार करने के लिए प्रेरित किया। प्रेरित किया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रगुप्त यादव, सुलह अधिकारी श्रवण सिंह ने भी विभिन्न अधिकारों के बारे में जानकारी दी।
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निडर होकर आगे बढ़ें छात्राएं : बलरामपुर। राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय सेखुई कला में अपराजिता मुहिम तथा वोडाफोन सखी के संयुक्त तत्वावधान में सेल्फ डिफेंस तथा कानूनी सुरक्षा विषय पर छात्राओं को उपयोगी जानकारी दी गई। ताइक्वांडो कोच जियाउल हशमत तथा महिला थाना प्रभारी राम शंकर तिवारी ने बच्चियों को आत्मरक्षा के बारे में बताया। उन्हें निडर होकर समाज में आगे बढ़ने की सीख दी।
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खुद को बनाएं सुरक्षित : सुल्तानपुर। बेटियों को अपनी रक्षा करना आना चाहिए। अपराधियों से लड़ना आना चाहिए। वोडाफोन सखी के सहयोग से शहर के सेंट जेवियर्स स्कूल में सेल्फ डिफेंस कार्यशाला में छात्राओं को यह बात कही गई। जूडो कराटे के प्रशिक्षक अभिनव पांडेय ने अपनी टीम के साथ बालिकाओं को सुरक्षा के टिप्स दिए। इस दौरान छात्राओं को दांवपेच सिखाते हुए नियमित अभ्यास के लिए प्रेरित किया गया।
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बेटियों को सुरक्षा दिलाना हमारा दायित्व : अंबेडकरनगर। बेटियों की प्रगति के लिए उन्हें सुरक्षा का माहौल देना हम सभी का दायित्व है। इसके साथ ही यह भी उतना ही जरूरी है कि बेटियों को अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ निश्चयीय होना चाहिए और आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी लेना चाहिए। यह विचार प्रसिद्ध आत्मरक्षा प्रशिक्षक मंगेश ने प्रकट किया। वे वोडाफोन सखी के सहयोग से नवी हसन इदरीसी इंटर कॉलेज कुर्की बाजार में आयोजित आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। प्रशिक्षक ने कहा कि आत्मरक्षा का अभ्यास होने से बालिकाओं व युवतियों में एक नए आत्मविश्वास का संचार होता है। इस तरफ सभी को ध्यान देना चाहिए। समाज के लिए यह गौरवपूर्ण व प्रेरणादायक है कि अमर उजाला ने वोडाफोन सखी के साथ मिलकर जागरूकता की एक बड़ी मुहिम शुरू की है। प्रशिक्षक मंगेश, अवधेश व रामसजीवन ने छात्राओं को ट्रेनिंग दी।
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खुद की रक्षा को कदम बढ़ाएं बेटियां: खीरों (रायबरेली)। दौर बदल गया है। बेटियां अब किसी से कमजोर नहीं। स्कूल आते-जाते समय कोई छींटाकशी करता है। घर आकर कोई परेशान करता है। इस दर्द को सहन कतई न करें। हिचकिचाएं नहीं। खुद की रक्षा के लिए बेटियां अपने कदम बढा़ए और जुल्म करने वालों से मुकाबला करके उन्हें कड़ा संदेश दें, ताकि कोई आंख उठाकर न देख सके। वोडा सखी के सहयोग से खीरों ब्लॉक क्षेत्र के श्री वीवीएस इंटर कॉलेज महारानीगंज में सेल्फ डिफेंस कार्यक्रम हुआ। इसमें बेटियों को आत्मरक्षा के टिप्स दिए गए। मार्शल आर्ट संघ के मास्टर ट्रेनर प्रशांत शुक्ला के नेतृत्व में ताइक्वांडो में महिमा गौतम, सोनू प्रसाद, रबी सिंह. हिमांशु शुक्ला व प्रवीण कुमार शुक्ला ने छात्राओं को प्रशिक्षित किया।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.