Aparajita
Aparajita

महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

मां रामश्री को है बेटे की शहादत पर गर्व

Published - Sun 10, Mar 2019

अपराजिता वीर नारी

मैनपुरी। कारगिल शहीद हेमचरण की पत्नी संगीता का वर्ष 2009 में निधन हो गया। मां रामश्री कहती हैं कि वे अपने पौत्र और पौत्री को उच्च शिक्षा दिलाने का कार्य कर रही हैं। शहीद की पुत्री शिल्पी नोएडा के एक कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही है। वहीं, शहीद का पुत्र फिरोजाबाद के एक कॉलेज से पढ़ाई कर रहा है। शहीद की मां रामश्री का कहना है कि शासन ने उनके शहीद पुत्र के नाम पर गांव में कॉलेज खोले जाने की बात कही थी, जिसके लिए उन्होंने जमीन का भी बंदोबस्त कर लिया था मगर अभी तक कॉलेज नहीं खोला गया है। रामश्री का कहना है कि उन्हें गर्व है कि उनके बेटे ने मातृ भूमि की रक्षा करते हुए शहादत पाई। उन्होंने पुलवामा में शहीद हुए वीर सैनिकों की माताओं से भी अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें। शहीद किसी एक का बेटा नहीं होता है वो तो भारत माता का बेटा होता है। भारत माता की सेवा में शहीद होना गर्व की बात है।

शहादत
मैनपुरी। औंछा क्षेत्र के ग्राम नगला आंध्रा निवासी हेमचरण कारगिल की लड़ाई में 23 जुलाई 1999 को शहीद हो गए थे। शहीद के गांव नगला आंध्रा में आज भी लोगों के जहन में कारगिल की लड़ाई की यादें ताजा हैं। जब भी पुराने लोग एक जगह बैठते हैं तो हेमचरण की बहादुरी की कहानियां याद की जाती हैं।