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सुमन ने खुद बनाया शहीद पति का स्मारक

Published - Wed 06, Mar 2019

सुमन, शहीद मुल्तान सिंह

आगरा। शहीद मुल्तान सिंह का सपना था कि उनके बच्चे सेना में अधिकारी बनें। वीर नारी सुमन पति के सपने को पूरा करने में जुटी हैं। 14 साल की बेटी दीक्षा और 12 साल के बेटे विनय को इसी तरह से परवरिश दे रही हैं। वीर नारी ने पति का स्मारक खुद के रुपयों से बनवाया। उनके भाई देवपाल सिंह और धीर सिंह सेना में है। जेठ ब्रजेश सिंह तोमर, देवर बहोरन सिंह भी सेना में हैं। अटारी बॉर्डर पर तैनात भाई धीर सिंह से उन्होंने अभिनंदन की वापसी के वक्त बात की थी। भाई को हौसला दिया था कि दुश्मन को उसके किए की सजा देने का कोई मौका न गंवाएं।

शहादत

19 नवंबर 2016 को बाह के बिजौली गांव के मुल्तान सिंह असम के तिनसुखियां में शहीद हुए थे। बेटी दीक्षा और बेटा विनय काफी छोटा था। पति की शहादत के बाद सभी जिम्मेदारियां वीर नारी सुमन ने निभाईं। परिवार में कई सैनिक होने से भी संबल मिला।