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कोई बना रहा पापड़, बड़ी  तो कोई खीचला

Published - Fri 24, Apr 2020

कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन का पालन जरूरी है। स्वयं घर में मास्क बना रहे हैं, घर के सभी सदस्य घर के बने मास्क पहन रहे हैं। घर में कोई विशेष काम नहीं है, इसलिए खुद का और बच्चों का मनोरंजन करने के लिए उनको कहानियां सुनाते हैं और उनके साथ तरह-तरह के गेम्स खेलते हैं।

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ललितपुर। ‘अमर उजाला’ द्वारा ग्राम मिर्चवारा में अपराजिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें अनेक महिलाओं ने प्रतिभाग किया। महिलाओं ने कहा कि हम सभी कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ने में सक्षम हैं। सिर्फ जरूरत है, हमें जागरूक होने की और अपने साथ-साथ अपने आसपास के लोगों को जागरूक करने की। हम अपने समय का सदुपयोग घरेलू कामकाज में कर रही हैं।
कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन का पालन जरूरी है। स्वयं घर में मास्क बना रहे हैं, घर के सभी सदस्य घर के बने मास्क पहन रहे हैं। घर में कोई विशेष काम नहीं है, इसलिए खुद का और बच्चों का मनोरंजन करने के लिए उनको कहानियां सुनाते हैं और उनके साथ तरह-तरह के गेम्स खेलते हैं। सभी लोगों का जागरूक होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि बच्चों को घर में ही रहने के लिए मनाने को उन्हें लजीज पकवान बनाते हैं। बाकी पूरा दिन घर में ही रहते हुए गृहस्थी का कामकाज कर रहीं हैं। घर में अनाज की नुकाई-सफाई कर रहीं हैं। ताकि, साल भर के खाने-पीने का इंतजाम हो जाए और कोरोना वायरस के संक्रमण का किसी प्रकार से भय न हो। महिलाओं का कहा कि स्वयं के बचाव हेतु सबको लॉकडाउन का पालन करना बहुत जरूरी है।

  • साल भर के लिए पैदा किए अनाज को खाने योग्य बनाने लिए उसकी धुलाई, नुकाई, छनाई व साफ- सफाई कर रहे हैं। घर मेें ही हैँ और लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं। - द्रोपती
  • घर पर रहते हुए पापड़, खीचला, बड़ी इत्यादि बनाने में ही घर पर व्यस्त हैं। रबी की फसल के बाद अनाज- दालें खेती के माध्यम से घर में उपलब्ध हो जाती हैं। उन्हीं को साल भर के लिए खाने के लिए तैयार कर रहे हैं। - पार्वती पटेल
  • स्वयं लॉकडाउन का सदुपयोग कर रहे है और बाहर के अनाज से परहेज करते हुए खेती से उत्पन्न अनाज को प्राथमिकता दे रहे हैं, इससे फिजूलखर्ची पर अंकुश लगेगा। घर की बचत के लिए स्वर्णिम अवसर है। - मैना देवी
  • जिस प्रकार से हमसब लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। ठीक उसी प्रकार अन्य महिलाओं से भी इसी तरह के उपायों को अपनाने और अपने घर में ही रहने की अपील कर रहे हैं, जिससे सभी महिलाएं लॉकडाउन का पालन कर सकेंगी और अपने घर में ही व्यस्त रह सकेंगी। - रामकुमारी
  • पैदा हुआ अनाज बैंक के रूप में घर पर सुरक्षित रखने के लिए प्रयासरत हैं, जिससे पूरे साल खाने- पीने का संरक्षित कर प्रबंध कर सकें। - ऊषा पटेल
  • लॉकडाउन में पढ़ाई करने के लिए यह बहुत ही अच्छा अवसर हैै। इन दिनों सभी घर पर फ्री हैं, कोई अन्य काम है नहीं, इसलिए इन दिनों में हम पढ़ाई कर लॉकडाउन के दिनों का सदुपयोग कर रहे हैं। - रिंकी
  • घर के कामकाज में पूरा दिन निकल जाता है। पहले कुछ दिन खेती के कार्य में व्यस्त रहे, अब उसी अनाज को खाने योग्य बनाने के लिए घर पर कार्यरत हैं। इससे लॉकडाउन का पूरी तरह पालन हो रहा है। - कुंअरबाई पटेल