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महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

सतर्क रहें और घर में ही रहें

Published - Fri 03, Apr 2020

बृहस्पतिवार को ‘अमर उजाला’ द्वारा शहर अपराजिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें अनेक महिलाओं ने प्रतिभाग किया। महिलाओं ने लोगों को जागरूकता का संदेश देते हुए कहा कि इस समय देश कोरोना वायरस जैसी भयानक महामारी से जूझ रहा है।

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ललितपुर। बृहस्पतिवार को ‘अमर उजाला’ द्वारा शहर अपराजिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें अनेक महिलाओं ने प्रतिभाग किया। महिलाओं ने लोगों को जागरूकता का संदेश देते हुए कहा कि इस समय देश कोरोना वायरस जैसी भयानक महामारी से जूझ रहा है। देश में 14 अप्रैल तक संपूर्ण लॉकडाउन है। ऐसे में हम सब का कर्तव्य है कि बीमारी से बचने के लिए अपने- अपने घरों में ही रहें।
महिलाओं ने बताया कि जब से देश में संपूर्ण लॉकडाउन हुआ, तभी से परिवार के सभी सदस्य घर के अंदर ही रहकर उसका पालन कर रहे हैं। सभी को लॉकडाउन का पालन करना चाहिए। घर के सदस्यों का टाइमपास करने के लिए रोज तरह- तरह के पकवान बना रही हैं। ज्यादातर समय बच्चों को पढ़ाने में दे रहीं हैं। कोरोना वायरस से बचाव के लिए महिलाएं सर्तक हैं। वह घर में बच्चों का ख्याल करती हैं और उनके साथ ज्यादा समय व्यतीत करतीं हैं, ताकि बच्चे घरों से बाहर न निकलें और उन्हें संक्रमण का खतरा न हो। महिलाओं ने कहा कि वे लॉकडाउन का पालन कर रहीं हैं। सभी से आशा करती हैं कि सब लोग इसका पालन करें। परिवार के सभी सदस्य बार-बार सैनेटाइजर से हाथ साफ करते हैं। पूर्णतया लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं।

  • घर में ही बच्चों की खेलने व पढ़ने में मदद करते हैं। इसके अलावा ज्यादातर समय पूजा-पाठ में ही निकल जाता है। बच्चों के साथ रहते हुए दिन कब निकल जाता पता ही नहीं चलता। - गुड्डी दुबे
  • परिवार के सदस्यों सहित बच्चों को घर में सुरक्षित रखने के लिए और संक्रमण से बचाव के लिए घर में ही बच्चों को योगाभ्यास कराते हैं। बच्चे स्वस्थ्य रहें और विशेष प्रकार के व्यंजन भी बच्चों को बनाते हैं। - निशा तिवारी
  • घर में दिन भर पूजा पाठ करते हैं, इससे परिवार के सदस्य घर से बाहर नहीं निकल रहे, अन्य लोगों को भी इसी प्रकार के उपायों को करना चाहिए। इससे लॉकडाउन का पालन होगा और घर में पूजा पाठ होने से सुख शांति भी रहेगी। - भागवती
  • बच्चों को स्वयं पढ़ाने पर बच्चे पढ़ाई में होशियार होते हैं। इसलिए इन दिनों फ्री हैँ, तो दिनभर घर में कोई काम नहीं रहता इसलिए खुद का और बच्चों का टाइमपास करने के लिए उनको कहानियां सुनाते हैं। उनके साथ तरह- तरह गेम्स खेलते रहते हैं। - अनीता
  • हम गायत्री परिवार से जुड़े हैं, इसलिए दिन में घर पर पूजा- पाठ हवन आदि करते रहते हैं। कोरोना वायरस से लड़ने और इससे निपटने के लिए हम तैयार हैं। कोरोना से डरने की नहीं, बल्कि लड़ने कि जरुरत है। - मीना चौरसिया
  • देश कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ने में सक्षम है। सिर्फ जरूरत है हमें जागरुक होने की और अपने साथ- साथ अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखना हमारी स्वयं की जिम्मेदारी है। सभी को ध्यान देना होगा कि हमारे आसपास गंदगी न हो। - श्रीबाई
  • गायत्री परिवार की सक्रिय सदस्य होने के नाते हम घर पर प्रतिदिन मां गायत्री का जाप व पूजा पाठ करते हैं। संक्रमण से बचने के लिए हम सब सावधान हैं और सजग भी हैं। घर में कहीं भी गंदगी न हो, इसके लिए प्रतिदिन साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देते हैं। - सोना
  • कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन हुआ, जिससे देश में कई गरीब परिवार भूखे सो रहे हैं। प्रशासन को ऐसे व्यक्तियों की मदद जरुर करनी चाहिए। इससे कोई गरीब परिवार को परेशानी न हो। - सुनीता