अपराजिता चेंजमेकर्स बेटियां
एटा। शिवसिंहपुर निवासी आरती कुशवाहा ने साबित कर दिया कि बेटियां किसी से कम नहीं हैं। मजदूर परिवार की इस बेटी ने आर्थिक तंगी को लक्ष्य में आड़े नहीं आने दिया। स्कूली जीवन में लंबी कूद में नेशनल तक पहुंची आरती को स्पोर्ट्स कोटे में सीआरपीएफ में आरक्षी की नौकरी मिली है। हाल ही में आरती ने ऑल इंडिया पोलवाल्ट चैंपियनशिप में तीसरा स्थान हासिल किया था।
पीटी ऊषा हैं आरती की रोल मॉडल
कहते हैं कि सतत परिश्रम एवं मजबूत इरादों से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। शहर के निकटवर्ती गांव के मजदूर परिवार की बेटी आरती ने इसे प्रमाणित भी कर दिया। गरीबी में जन्मी इस बेटी की किशोरावस्था भी अभावों के नाम रही। पीटी ऊषा की प्रशंसक रही आरती ने ट्रिपल जंप को अपना कॅरिअर मानकर नाम कमाने की ठान ली। 2008 में सोनभद्र में आयोजित स्कूल गेम्स में लंबी कूद में आरती ने नया रिकॉर्ड बनाकर कीर्तिमान स्थापित किया। 2011 में गाजियाबाद में संपन्न राज्य प्रतियोगिता में लंबी कूद, ऊंची कूद एवं बाधा दौड़ की चैंपियनशिप आरती के नाम रही। 2013 में स्पोर्ट्स कोटे से केंद्रीय रिजर्व पुलिस में भर्ती हुई आरती नौकरी के बाद पोलवार्ड में भी नए कीर्तिमान बना रही हैं। आरती के कोच रहे सत्येंद्र यादव के अनुसार ऑल इंडिया पोलवाल्ट चैंपियनशिप में आरती ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। आरती का कहना है कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं। ऐसे में परिवार व समाज को उनकी प्रयासों को प्रोत्साहित करना चाहिए।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.