अपराजिता चेंजमेकर्स बेटियां
सोरांव के गांव तिली का पूरा से निकल कर एथलेटिक की दुनिया में कमाल करने वाली रोजी पटेल पर हर किसी को नाज है। उसने दस किलोमीटर की वॉक रेस में स्वर्णिम उपलब्धि हासिल की है। वर्ष 2018-19 में जारी हुई वर्ल्ड रैंकिंग में रोजी पटेल को सातवां स्थान मिला हुआ है। उन्होंने तमिलनाडु के चेन्नई स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में छठवीं ओपन वॉकिंग रेस चैंपियनशिप में 10 किलोमीटर की वॉक रेस 53 मिनट में पूरी कर पहला स्थान हासिल करते हुए गोल्ड अर्जित कर इतिहास रचा। उत्तराखंड में कोच अनूप बिष्ट से ट्रेनिंग ले रही हैं। रोजी आज हर उन महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं, जो किसी छोटे से गांव में रहती है और दुनिया में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों से लिखने का सपना देखती है। उन्होंने वह कर दिखाया, जिसका सपना हर एक एथलीट का होता है। यहां तक पहुंचना उनके लिए ऐसे ही संभव नहीं हुआ। इसके लिए उन्होंने इस समाज से लड़ाई तो की, परंतु अपने पर से भरोसे को कम नहीं होने दिया। उनके इसी भरोसे के चलते ही आज वह जिस मुकाम पर खड़ी है, पूरा देश उन्हें सलाम कर रहा है।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.