अपराजिता चेंजमेकर्स
नैनीताल। सरोवर नगरी में ब्याही टुसी अनित साह ने कठिनाइयों से जूझकर माउंटेनिंग में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। इसे जिद का नाम दे दीजिए या दृढ़ इच्छा शक्ति, जिसके बलबूते टुसी के लिए कठिनाइयां कभी भी उनके पैरों की बेड़ियां नहीं बन सकीं। उनके मजबूत इरादों के आगे परेशानियों ने घुटने टेक दिए। जीवन में एक के बाद एक कठिनाइयां आईं, जिन्हें टुसी ने अपने बुलंद इरादों के बलबूते पार पा लिया। कड़ी मेहनत और भरपूर आत्मविश्वास के बल पर वह वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में कामयाब रहीं हैं। वह माउंट थलय सागर (6904) फतह करने वाली विश्व की पहली महिला पर्वतारोही हैं। पूरी दुनिया में आज तक कोई महिला यह रिकॉर्ड नहीं बना पाई है। एवरेस्ट व कंचनजंगा पर्वत चढ़ने वाली पहली महिला होने का राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी उनके नाम है। उन्होंने साल 2013 में एवरेस्ट व 2014 में कंचनजंगा माउंटेन फतह किया। इसी तरह के कई अन्य रिकॉर्ड उनके नाम हैं। उन्हें कई स्वर्ण पदक भी मिले हैं। उनकी शादी सरोवर नगरी में हुई और अब उनकी एक बेटी है। बेटी को भी वह पर्वतारोही बनाना चाहती हैं। आज भी वह मैराथन में हिस्सा ले रही हैं। टुसी बताती हैं कि वह सिर्फ नौ साल की थीं और उसी दौरान उनके पिता का स्वर्गवास हो गया। इसके बाद उन्होंने दुकान चलाकर अपनी पढ़ाई लिखाई और पर्वतारोहण प्रशिक्षण का खर्च उठाया। शुरूआती दौर में उनको तमाम परेशानियां हुईं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। आखिर में उनकी जीत हुई और सभी परेशानियां हार गईं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.