Aparajita
Aparajita

महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

अमर उजाला ने मेरे सपनों की उड़ान में लगाया पंख : पर्वतारोही रीना भट्टी

Published - Mon 22, Nov 2021

माउंट एवरेस्ट को फतह करने का संकल्प लेकर अभ्यास कर रहीं रीना भट्टी को उसके लक्ष्य तक पहुंचने में सहयोग के लिए अमर उजाला की ओर से मिली एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता।

mountaineeer reena bhatti

हिसार। अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स के तहत शनिवार को पर्वतारोही रीना भट्टी को अमर उजाला कार्यालय में उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने शनिवार को एक लाख रुपये चेक भेंट किया। अमर उजाला की ओर से हरियाणा में पहली बार किसी महिला पर्वतारोही को आर्थिक सहयोग किया है। इस मौके पर सामाजिक संगठनों से जुड़ी कई महिलाएं उपस्थित रहीं।          
माउंट एवरेस्ट को फतह करने का संकल्प लेकर अभ्यास कर रही रीना भट्टी को उसके लक्ष्य तक पहुंचने में सहयोग के लिए एक लाख रुपये का चेक दिया गया है। इस अवसर पर उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि बेटियों को खेल के क्षेत्र में आगे आना चाहिए। अमर उजाला का यह प्रयास एक बेटी को उसका सपना पूरा करने में सहयोग करेगा। सामाजिक दायित्वों के तहत इस तरह के कार्यों से अमर उजाला को नई पहचान मिल रही है। अन्य संस्थाओं को भी इस तरह से आगे आना चाहिए।

मेरे परिवार में मेरी मां, मेरे पिता ने हर कदम पर मेरा साथ दिया : रीना  
रीना ने कहा कि 2019 में जब मैंने चोटी किलिमंजारो को फतह किया तब अमर उजाला ने मेरा पहला लेख प्रकाशित किया था। मैंने पहाड़ी से ही फोन पर अपना इंटरव्यू दिया था। माउंट एवरेस्ट फतह करने के सपने को लेकर पिछले दो साल से तैयारी कर रही हूं। मेरे परिवार में मेरी मां, मेरे पिता ने हर कदम पर मेरा साथ दिया। मध्यम वर्गीय परिवार से होने के कारण माउंट एवरेस्ट फतह करना हमारे लिए आर्थिक तौर पर बड़ी चुनौती है। इस एक लाख रुपये के सहयोग से मुझे हौसला मिला है। अमर उजाला ने मेरे सपनों की उड़ान में पंख लगाने का काम किया है। रीना ने कहा कि पर्वतारोहण काफी महंगा खेल है। सरकार को इसके बारे में नीति बनानी चाहिए और खिलाड़ियों को आगे का लक्ष्य हासिल करने के लिए आर्थिक सहयोग देना चाहिए।

इस मौके पर कृष्णा दिव्यांग वेलफेयर सोसायटी की प्रधान मीनू रहेजा, संस्कृति हमारी पहचान एनजीओ की प्रधान रेणू लाहौरिया व विनिता जैन, सद्भावना एनजीओ की प्रधान रेजी, राजकीय कॉलेज नलवा महिला विंग की इंचार्ज से डॉ. कविता खरींटा और अनुभूति एनजीओ की संचालक अर्चना ठकराल व नीलम भारती मौजूद रहीं। जीजेयू के युवा कल्याण निदेशालय की रश्मि ने कार्यक्रम का संचालन किया।