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बेटी बनी आईटीबीपी में ऑफिसर, इंस्पेक्टर पिता ने दी सलामी, तस्वीरें देख लोग हुए भावुक

Published - Tue 10, Aug 2021

आईटीबीपी में पहली बार दो बेटियां ऑफिसर बनीं है। अब ये दोनों भारत-चीन सीमा पर युद्ध के मैदान में जौहर दिखाने के लिए तैयार हैं।

उत्तराखंड के मसूरी में रविवार को आईटीपी अकादमी की पासिंग आउट परेड में देश की दो बेटियों ने देश की सेवा करने की शपथ ली। दीक्षा और प्रकृति अब युद्ध के मैदान में जौहर दिखाने के लिए तैयार हैं। उन्हें आईटीबीपी में कॉम्बैट ऑफिसर चुना गया है। देश के इतिहास में यह पहली बार है जब बेटियां भारत-चीन सीमा पर तैनात होंगी। परेड के शपथ ग्रहण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की। पीओपी में दो महिलाओं सहित 53 युवा अधिकारी एक साल के कठिन प्रशिक्षण के बाद आईटीबीपी की मुख्यधारा में शामिल हुए। आईटीबीपी में पहली बार महिलाएं अधिकारी बनीं हैं।
असिस्टेंट कमांडेंट बनीं दीक्षा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के इटावा की रहनी वाली हैं। दीक्षा के पिता कमलेश कुमार इंस्पेक्टर है। उन्होंने इस परेड में दीक्षा को सलामी दी। जिसकी तस्वीरे सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। सलामी देती हुई ये फोटो भावुक कर देने वाली हैं। सोशल मीडिया पर लोग इन तस्वीरों को खूब पसंद कर रहे हैं। दीक्षा ने कहा कि आईटीबीपी में एक अधिकारी के रूप में शामिल होने का उनका सपना अब हुआ है।

पिता के प्रोत्साहन से सपना हुआ पूरा : दीक्षा
पीओपी के दौरान युवा दोनों बेटियों का जोश देखते ही बन रहा था। दीक्षा ने कहा कि आईटीबीपी में एक अधिकारी के रूप में शामिल होने का उनका सपना आज पूरा हुआ है। उन्होंने कहा उनके पिता ने हमेशा प्रोत्साहित किया। उन्हीं के मार्गदर्शन में आज यह मुकाम हासिल किया है। वहीं, दूसरी महिला अधिकारी प्रकृति मूल रूप से बिहार की रहने वाली हैं। उन्होंने कहा कि उनको आज जो खुशी मिली है, उसको बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं। मेरे इस मुकाम के पीछे मेरे परिवार का अहम योगदान है। उन्होंने बताया कि आईटीबीपी में अधिकारी बनने के बाद उनको जो भी दायित्व दिए जाएंगे, उनका निर्वहन पूरी ईमानदारी के साथ करूंगी।