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अब नहीं डरेंगी बेटियां, देंगी मुंहतोड़ जवाब

Published - Fri 19, Jul 2019

अमर उजाला फाउंडेशन, अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स और मानव एकेडमी ऑफ मार्शल आर्ट्स की ओर से 10 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर का 15 जुलाई को समापन किया गया

100 million smiles varanasi

वाराणसी। खुद में ये हिम्मत आ गई है कि अब सामने वाले को मुंहतोड़ जवाब दे सकते हैं। पहले मन तो बहुत करता था कि सबक सिखाएं, लेकिन हिम्मत नहीं होती थी पर अब ऐसा नहीं होगा। यह कहना है उन बालिकाओं का जो अब सेल्फ डिफेंस में पारंगत हो गई हैं। अमर उजाला फाउंडेशन, अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स और मानव एकेडमी ऑफ मार्शल आर्ट्स की ओर से 10 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर का 15 जुलाई को समापन किया गया।
कृष्ण मोहिनी विद्या मंदिर लहरतारा में शिविर के समापन पर छात्राओं ने किक और पंच का प्रदर्शन किया। इसके बाद प्रधानाचार्य सुधा उपाध्याय एवं अध्यक्ष कृपा शंकर श्रीवास्तव ने छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरित किया। इस शिविर में 216 छात्राओं ने प्रशिक्षण लिया था। इस अवसर पर विद्यालय के विजय प्रकाश, आलोक सिंह, रीना सिंह, श्वेता पाठक, पूनम श्रीवास्तव एवं मानव एकेडमी ऑफ मार्शल आर्टॅ्स की ओर से कराटे प्रशिक्षक ज्योति सिंह, दिव्या पांडेय, माया पटेल, अनीता प्रजापति मौजूद रहीं।

  • पहली बार कराटे के दाव पेंच जानने का मौका मिला। कई तकनीक ऐसी हैं, जो बहुत ही आसान हैं। हम इसका इस्तेमाल कर अपनी सुरक्षा कर सकते हैं। - हेमा तिवारी
  • अमर उजाला और मानव एकेडमी की ये पहल सराहनीय है। क्योंकि आज के परिवेश में छात्राओं को मानसिक और शारीरिक रूप से सशक्त होना बहुत जरूरी है। - नैना चौधरी
  • किक और पंच मारना आ गया है। अब किसी भी गलत हरकत पर जवाब आसानी से दे सकते हैं। सामने वाले को पस्त करने का विश्वास आ गया है।  - नाजिया बानो
  • सेल्फ डिफेंस की ट्रेेनिंग में हमने सिर्फ दांवपेच ही नहीं सीखा, बल्कि खुद पर विश्वास भी करना सीखा है। अब हम गलत का जवाब पूरी बहादुरी से दे सकते हैं। - नेहा गुरुंग