Aparajita
Aparajita

महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

सुरक्षा के लिए महिलाएं पहले खुद को पहचानें

Published - Sat 13, Jul 2019

तालिमुद्दीन निश्वा डिग्री कालेज में महिला थाने की टीम ने महाविद्यालय की छात्राओं को आत्मरक्षा के गुण सिखाए

mau police ki pathsala

मऊ। अमर उजाला की तरफ से शनिवार को तालिमुद्दीन निश्वा डिग्री कालेज में अपराजिता पुलिस की पाठशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी तथा विशिष्ट अतिथि के रुप में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य मौजूद रहें। अधिकारी द्वय ने महाविद्यालय की 1800 छात्राओं को सुरक्षा के प्रति जागरुक किया। साथ ही एसपी ने उन्हें कानून के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान महिला थाने की टीम ने महाविद्यालय की छात्राओं को आत्मरक्षा के गुण सिखाए।
छात्राओं को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि सृष्टि में महिलाएं सबसे श्रेष्ठ है। ऐसे में पहले महिलाएं खुद को पहचाने, यह तभी संभव होगा, जब आप शिक्षित होगी। बोले सुरक्षा का पहला उपाय जागरुकता है। बोले यह तय है कि महिलाएं हर काम पुरुषों से बेहतर कर सकती हैं। ऐसे में आप पहले आप शिक्षित हो, इसके बाद तो शासन प्रशासन सदैव आप के साथ है। इस दौरान जिलाधिकारी ने छात्राओं से अपराजिता का मतलब पूछा, बाद में खुद ही विस्तार से अपराजिता का अर्थ बताए। डीएम ने अमर उजाला के इस प्रयास की सराहना किया। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने छात्राओं को शिक्षक की तरह कानून के बारे में विस्तार से बताए। बोले महिलाओं में जिस दिन आत्मविश्वास, आत्म सुरक्षा और और आत्म सम्मान की भावना पैदा हो जाएगी। उस दिन महिलाओं में सुरक्षा की भावना खुद ब खुद पैदा हो जाएगी। बोले तीनों शब्द एक दूसरे के पूरक है। आत्म सम्मान के लिए काम करने की इच्छा होगी और आत्म विश्वास पैदा होने पर घर से निकलेगी। इस दौरान आत्म सुरक्षा की भावना खुद ब खुद पैदा होगी। बोले पहले तो आप सभी को यह जानना जरुरी है कि पुलिस है क्या, आप किससे अपनी शिकायत दर्ज कराई। वर्दी में होने वाला हर व्यक्ति पुलिस नहीं होता। इस दौरान एसपी ने छात्राओं को पुलिस की पहचान बताई। इससे पूर्व जिला प्रोबेशन अधिकारी समरबहादुर ने महिलाओं को उनके लिए शासन से जारी योजनाओं के बारे में बताया। इसके अलावा बाल कल्याण समिति की सदस्य विनीता पांडेय ने महिलाओं को शासन से लागू महिला कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। बोली प्रशासन तो उनके साथ है, लेकिन विषम परिस्थितियों में जरूरी है कि महिलाएं खुद की सुरक्षा करें।