ग्लैमर की चकाचौंध भरी दुनिया में अपने लिए जगह बनाने का सपना हर युवती का होता है। इसके लिए वह दिन-रात मेहनत करती हैं। कुछ का सपना पूरा हो जाता है और वह ग्लैमर वर्ल्ड में रच-बस जाते हैं। वहीं कई इसमें मनचाहा मुकाम नहीं पाते और गुमनामी के अंधेरे में खो जाते हैं। लेकिन आज हम यहां जिसकी बात कर रहे है, उसने ग्लैमर की दुनिया में मनचाहा मुकाम हासिल करने के बाद इसमें अपना कॅरियर बनाने की बजाय देश की सेवा करने को प्राथमिकता दी। हम बात कर रहे हैं गरिमा यादव की। वह आज भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात हैं। आइए जानते हैं गरिमा के इस सफर के बारे में...
नई दिल्ली। हरियाणा के रेवाड़ी जिले के सुरहेली गांव की रहने वाली गरिमा यादव का बचपन से सपना था कि वह बड़ी होकर सेना में जाएं और देश की सेवा करें। ‘इंडियाज मिस चार्मिंग फेस-2017’ का खिताब अपने नाम करने वाली गरिमा यादव आज भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट हैं। ग्लैमर की दुनिया से सीधे सेना की ओर रुख करने का उनका सफर काफी दिलचस्प रहा। हायर सेकंडरी की परीक्षा पास करने के बाद ग्रेजुएशन में दाखिला लेने के दौरान गरिमा का रुझान ग्लैमर वर्ल्ड की तरफ गया। उसकी सहेलियों ने भी उन्हें इस ओर ध्यान देने का कहा। गरिमा ने इसके लिए तैयारी की और ग्रेजुएशन पूरा होने तक वह इंडियाज मिस चार्मिंग फेस का ताज अपने नाम कर चुकी थीं। इस कॉन्टेस्ट को जीतने के बाद उनके पास विज्ञापन और मॉडलिंग के कई प्रस्ताव आए, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। वह एक बार फिर अपने बचपन के सपने को पूरा करने की तैयारी में जुट गईं। उन्होंने कम्बाइंड डिफेंस सर्विस (सीडीएस) का पेपर दिया और भारतीय सेना में उनका चयन लेफ्टिनेंट के तौर पर हो गया। आज वह फौज में रहकर देश की सेवा कर रही हैं।
प्रतियोगिता में 20 राज्यों की लड़कियों को दी शिकस्त
गरिमा ने साल 2017 में ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया और विजेता बनीं। गरिमा इस ब्यूटी कॉन्टेस्ट में इंडियाज मिस चार्मिंग फेस बनीं थी। इस प्रतियोगिता में 20 राज्यों से युवतियां शामिल हुई थीं। जिन्हें पीछे छोड़ते हुए गरिमा ने यह खिताब अपने नाम किया था।
सेना में जाने के लिए छोड़ा इटली का ब्यूटी कॉन्टेस्ट
गरिमा बताती हैं कि भारतीय सेना में जाना उनका सपना था। यही वजह है कि उन्होंने ब्यूटी कॉन्टेस्ट जीतने के बाद एक्टिंग में अपना कॅरियर बनाने की जगह डिफेंस को चुना। इसके लिए गरिमा ने सीडीएस की परीक्षा दी। जिसके बाद वह चेन्नई में स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी गई। गरिमा ने साल 2017 में सीडीएस में पूरे देश में दूसरी रैंक हासिल की। गरिमा को इटली में भी ब्यूटी कॉन्टेस्ट के लिए बुलाया गया था। लेकिन उन्होंने चेन्नई में ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी के लिए ब्यूटी कॉन्टेस्ट के लिए आए बुलावे को इनकार कर दिया।
बचपन का सपना था सेना में जाना
एक इंटरव्यू में गरिमा ने बताया था कि ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी के लिए चुने जाने के बाद उनका सपना पूरा हो गया। गरिमा बताती हैं कि मेरे लिए कठिन प्रशिक्षण का सामना करना बेहद मुश्किल रहा था। मैं शारीरिक तौर से भी फिट नहीं थी। लेकिन उन्होंने कड़ी मेहनत कर खुद इसके लिए तैयार किया। क्योंकि गरिमा यादव का भारतीय सेना में जाना एक सपना था।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.