उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले की गुंजन विश्वकर्मा ने मिसेज इंडिया खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है। उन्हें यह कामयाबी अंडर-40 के वर्ग में मिली है। वह अपनी इस कामयाबी से बेहद खुश हैं।
मिर्जापुर। हैदराबाद में आयोजित फैशन शो में मिसेज इंडिया का खिताब जीतकर गुंजन विश्वकर्मा ने मिर्जापुर जिले और अपने गांव का नाम रोशन किया है। मिसेज इंडिया बनने पर चुनार तहसील के गौरा गांव में जश्न का माहौल रहा। आसपास लोगों ने घर पहुंच कर परिजनों को बधाई दी।
अंडर-40 में जीता यह खिताब
वीपीआर आर्ट्स एंड इंटरटेनमेंट अहमदाबाद की ओर से मुंबई, न्यू दिल्ली, चंडीगढ़, जयपुर, भोपाल, हैदराबाद, गुवाहाटी, पुणे, लखनऊ में मिसेज इंडिया 2021 का आडिशन लिया गया था। इसमें देश के बड़े शहरों से 40 फाइनलिस्ट का चयन हुआ था। इसमें 20 उम्मीदवार 40 वर्ष से ऊपर व 20 उम्मीदवार 40 वर्ष से कम के थे। 40 वर्ष से कम वाले प्रतिभागियों को ग्रैंड फिनाले के लिए अहमदाबाद बुलाया गया। टॉप-20 में चुनार तहसील क्षेत्र के गौरा गांव निवासी जय प्रकाश विश्वकर्मा की पुत्री गुंजन विश्वकर्मा भी शामिल थीं। फिनाले अहमदाबाद के गांधीनगर में 17 फरवरी से 20 फरवरी तक चला। इसमें गुंजन विश्वकर्मा का टाप छह में चयन किया गया। फिर फाइनल राउंड हुआ। इसमें प्रश्नों का उत्तर देने के बाद गुंजन विश्वकर्मा को अंडर-40 में मिसेज इंडिया व मिसेज ब्यूटीफुल बाडी का अवार्ड मिला।
शिक्षा
गुंजन ने काशी हिन्दू विश्व विद्यालय से 2016 में स्नातक की डिग्री हासिल की है। 2020 में पड़ाव (चंदौली ) स्थित एंबीशन पालीटेक्निक कालेज से फैशन डिजाइनिंग की डिप्लोमा पूरी की। मां नीलम ने बताया कि गुंजन का मन शुरू से ही फैशन के क्षेत्र में लगता रहा है तो हम लोगों ने उसकी रुचि को ध्यान में रखकर उसका साथ दिया, जिसका फल अब मिला है। गुंजन की जीत से हम सबको बहुत खुशी मिली है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
गुंजन के पिता जय प्रकाश विश्वकर्मा एंबीशन कालेज में लैब टेक्निशियन हैं, तो मां नीलम विश्वर्मा गृहिणी, छोटा भाई शौर्य 12 वीं का छात्र है जबकि छोटी बहन एमए कर वाराणसी की एक कोचिंग में काउंसलर हैं। गुंजन का विवाह 2019 में बिहार के भोजपुर जिले के डीहिया गांव निवासी अमित विश्वकर्मा से हुआ।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.