रेणु को यह सम्मान महिला एंव बाल उत्थान के उत्कृष्ट कार्यों के लिए दिया गया। उन्हें प्रशस्ति पत्र व 21 हजार रुपये का पुरस्कार मिला...
होडल। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर चंडीगढ में आयोजित प्रदेश स्तरीय महिला सम्मान कार्यक्रम में एमबीएम पास गांव बंचारी की निवासी रेणु सौरोत को सर्वश्रेष्ठ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के खिताब से सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश ने उन्हें प्रशस्ति पत्र व 21 हजार रुपये से पुरस्कृत किया। रेणु को यह सम्मान महिला एंव बाल उत्थान के उत्कृष्ट कार्यों के लिए दिया गया है। उनकी इस उपलब्धि के लिए रेणु को जिला उपायुक्त नरेश नरवाल एवं महिला एंव बाल विकास विभाग ने शुभकामनाएं दी हैं।
जिला स्तर पर परीक्षा में प्रथम रहीं
रेणू सौरोत ने बताया कि सर्वश्रेष्ठ आंगनबाड़ी पुरस्कार के लिए महिला एंव बाल विकास विभाग की ओर से खंडस्तर पर परीक्षा आयोजित हुई, जिसमें प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। उसके बाद विजेता प्रतिभागियों की जिला स्तर पर परीक्षा दी, उसमें भी वें प्रथम स्थान पर रही। उसके बाद प्रदेश 26 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का राज्य स्तर पर साक्षात्कार लिया गया, जिसके आधार पर प्रदेश स्तर पर सात सर्वश्रेष्ठ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का चयन हुआ। साक्षात्कार में महिला एवं बाल विकास द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी पूछी गई, वहीं महिलाओं के उत्थान के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा किए जाने वाले प्रयासों की भी जानकारी ली गई।
शुरू से ही समाजसेवा करना चाहती थीं
रेणू ने बताया कि उन्होंने कर्नाटक की मनीपाल यूनिवर्सिटी से एमबीए तक पढाई की है। वे शुरू से ही समाजसेवा के कार्य से जुड़ना चाहती थीं। इसलिए उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप से महिलाओं व बच्चों के उत्थान के लिए कार्य करना शुरू किया। उनकी आंगनबाड़ी में कुल 105 बच्चों को पंजीकरण है, जिन्हें नियमित रूप से सामान वितरित किया जाता है। इसके अलावा बेटी बचाओ अभियान के तहत कन्या के जन्म पर कुआ पूजन के आयोजन भी करवाएं जाते हैं। उनके पति सतपाल का इस कार्य में भरपूर सहयोग मिलता है। महिलाओं व बच्चों के उत्थान के लिए विभागीय योजनाओं व कार्यक्रमों का लाभ पात्र महिलाओं व बच्चों को पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगी।
सभी कर रहे रेणु की प्रशंसा
महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी मंजू वर्मा ने कहा कि रेणु सौरोत ने यह उपलब्धि व पुरस्कार अपनी मेहनत के बल पर प्राप्त किया है। रेणु ने यह उपलब्धि हासिल कर जिला पलवल का नाम रोशन किया है तथा अन्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के सामने अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि जिला की अन्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी रेनू सौरोत से प्रेरणा लेनी चाहिए और महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं का लाभ सभी पात्र महिलाओं व बच्चों तक पहुंचना सुनिश्चित होना चाहिए।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.