पानीपत की रजनी एक ऐसी बॉक्सर हैं, जिनकी तारीफ खुद पीएम नरेंद्र मोदी कर चुके हैं। कुछ कर गुजरने की ललक और हौसले से लबरेज रजनी गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं।
चंडीगढ़। हरियाणा में बेटियों को कुछ ज्यादा आजादी नहीं है। लेकिन हरियाणा के पानीपत की रजनी ने खेलों में हरियाणा का न केवल नाम रोशनी किया है, बल्कि अपने सपनों का आसमान भी छू रही हैं। रजनी एक बॉकसर हैं। जूनियर नेशनल महिला बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। रजनी ने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में 46 किलोग्राम दूसरे "जूनियर महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप" में 46 किलोग्राम में उत्तर प्रदेश की रागिनी उपाध्याय को 3-0 से हराकर जीत हासिल की थी। रजनी का परिवार बहुत ज्यादा संपन्न नहीं है। बचपन से ही रजनी को खेलों में जाने की रुचि थी। एक बार जब उन्होंने अपने पिता को अपनी इच्छा से अवगत कराया, तो पिता ने बेटी का साथ दिया। रजनी बॉक्सिंग के क्षेत्र में कुछ करना चाहती थीं। पिता की आज्ञा मिलने के बाद रजनी ने बॉक्सिंग चैंपियन बनने के लिए पूरी जी-जान लगा दी।
पिता बेचते हैं लस्सी
रजनी के पिता पानीपत में लस्सी बेचते हैं। इसी से वो घर को गुजारा भी करते हैं और रजनी को हरसंभव साधन भी उपलब्ध कराते हैं। रजनी के मन में एक बेहतरीन बॉक्सर बनने की चाह थी। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, लेकिन जिसके बावजूद रजनी को बॉक्सिंग की प्रैक्टिस पुराने ग्लव्स के साथ करनी पड़ी। रजनी का ये सफर आसान नहीं था। तमाम परेशानियों के बाद भी आखिर रजनी ने अपने सपने को पूरा किया और गोल्ड जीतकर दिखा दिया कि अगर हौसला बुलंद हो तो, कोई भी राह मुश्किल नहीं होती।
मन की बात में मोदी कर चुके हैं तारीफ
'मन की बात' के 51वें कार्यक्रम में पीएम मोदी नरेंद्र मोदी रजनी की तारीफ कर चुके हैं। पीएम मोदी ने जिक्र करते हुए कहा - जैसे ही रजनी ने गोल्ड मेडल हासिल किया उसके बाद तुरंत पास के दूध की दूकान पर गई और एक गिलास दूध पिया। जिसके बाद अपने मेडल को एक मेडल को कपड़े में लपेट कर बैग में रख लिया। लोग इस बात से हैरान थे मेडल हासिल करने के तुरंत बाद रजनी एक गिलास दूध क्यों पिया। दरअसल रजनी ने ऐसा अपने पिता जसमेर सिंह के सम्मान में किया, जो पानीपत के एक स्टॉल पर लस्सी बेचते हैं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.