हरियाणा में लड़कियों की स्थिति आज भी ज्यादा अच्छी नहीं है। 1000 पुरुषों पर सिर्फ यहां 877 महिलाएं जो कि देश में सबसे खराब लैंगिक अनुपात है। बावजूद इसके यहां लड़कियां खेल में खूब नाम कमा रही हैं। इसी में शामिल है भारतीय हॉकी टीम की खिलाड़ी नवनीत कौर।
नई दिल्ली। हरियाणा के शाहबाद मारकंडा की नवनीत कौर भी भारत की उस महिला हॉकी टीम में शामिल हैं जो टोक्यो ओलंपिक खेलने जाएगी। नवनीत की मानें तो टीम का लक्ष्य ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है और इस सपने को साकार करने के लिए टीम के खिलाड़ी डटकर मेहनत कर रहे हैं। 25 साल की नवनीत कौर दुनिया की बेस्ट स्ट्राइकर बनना चाहती हैं। उन्होंने पांच साल की उम्र में हॉकी को थाम लिया था और उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा।
नवनीत फारवर्ड हॉकी खिलाड़ी हैं और उनके खेल में हॉकी की कलात्मकता का भरपूर समावेश है। अगर उन्हें मैदान पर डी के पास गेंद मिल जाए तो उसे गोल में तब्दील होने से रोकना विरोधी टीम के लिए काफी मुश्किल होता है।
संगीत और घूमना है पसंद
नवनीत कौर का निक नेम नावु है। उन्हें हिंदी, पंजाबी और अंग्रेजी अच्छी तरह आती है। उन्हें संगीत सुनना और नए स्थानों पर घूमना बेहद पसंद है। उनके पिता ने उन्हें नई बुलंदियां दी और खेल में आगे बढ़ाया।
2014 से अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरूआत की
नवनीत ने 2014 में भारतीय महिला हॉकी टीम के साथ अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने भारतीय टीम के लिए अब तक 79 मैच खेले हैं।
ओलंपिक में दिमाग को शांत रखना अहम
नवनीत कहती हैं कि उनकी टीम के पास दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने का पूरा कौशल है, लेकिन आगामी ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उन्हें कठिन परिस्थितियों में सही निर्णय लेना होगा और दिमाग को शांत रखना होगा। भारत के लिए 79 मैच खेल चुकीं नवनीत ने कहा कि टीम को 23 जुलाई से शुरू हो रहे टोक्यो ओलंपिक के दौरान गलतियों को कम करने की कोशिश करनी होगी। नवनीत की मानें तो मुझे लगता है कि 2018 महिला विश्व कप, एशिया कप, एशियाई खेलों और एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में हमारे शानदार खेल के बाद से टीम ने कई क्षेत्रों में सुधार किया है। यह देखकर बहुत प्रेरणा मिलती है कि फैंस सोशल मीडिया पर हमें मैसेज दे रहे हैं और समर्थन कर रहे हैं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.