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धड़ाधड़ पकड़ रहीं बदमाश, लेडी कॉन्स्टेबल नीरज को हर कोई कर रहा सलाम

Published - Fri 28, May 2021

हौसले बुलंद हो तो आप बड़े से बड़ा काम भी आसानी से कर सकते हैं। कुछ ऐसे ही हौसले बुलंद करके रोज नई इबादत लिख रहीं है दिल्ली पुलिस की लेडी कॉन्स्टेबल नीरज। नीरज ने चैन स्नेचिंग, लूटपाट और गांजा पकड़ने जैसे ढेरों मामले सॉल्व किए हैं। उनके अधिकारी भी उनकी तारीफ करते नहीं थकते।

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नई दिल्ली। नीरज की तैनाती दिल्ली के मंगोलपुरी थाने में है। वह वहां ए, डी और ई ब्लॉक की बीट कॉन्स्टेबल हैं, साथ ही कंप्यूटर की अच्छी जानकार हैं। उनकी तैनाती ऐसे थाने में हैं, जहां क्राइम का ग्राफ बेहद अधिक है, उसके बावजूद उनके हौसले बुलंद है। वह कई बदमाशों को पकड़वाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुकी हैं। 29 साल की नीरज उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं और ऑफिस के साथ उन पर परिवार की भी जिम्मेदारी है। 

पुलिस कमिश्नर ने दी बधाई

नीरज की दिलेरी के चर्चे  पुलिस मुख्यालय तक भी पहुंच चुके हैं। खुद पुलिस कमिश्नर एस. एन. श्रीवास्तव ने एक ट्वीट कर नीरज के काम की तारीफ की और उन्हें उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। नीरज जिस इलाके में तैनात हैं। इन इलाकों में अक्सर अवैध शराब, ड्रग्स सप्लाई और चेन स्नेचिंग आदि की शिकायतें दिनभर पुलिस को मिलती रहती हैं। पिछले दिनों नीरज ने यहां पर एक अहम ऑपरेशन को अंजाम देकर 1.78 किलो गांजा बरामद किया था। इसके बाद उन्होंने स्नैचिंग की एक वारदात की विडियो फुटेज की मदद से दो स्नैचर भी पकड़े।

अन्य टीमें भी ले रहीं सीख, नीरज की मदद से चेन झपटमारी के 20 केस सुलझे

नीरज की मदद से हाल ही में निहाल विहार थाने की पुलिस टीम भी एक कुख्यात स्नैचर को पकड़ने में सफल रही। सीसीटीवी फुटेज से मिले सुरागों के आधार पर पुलिस टीम स्नैचर की तलाश में मंगोलपुरी पहुंची थी। जिसके बाद नीरज ने पुलिस को उसकी लोकेशन के बारे में कुछ अहम जानकारियां मुहैया कराईं। जिसकी मदद से आरोपी दबोचा जा सका। एक अन्य कुख्यात स्नैचर की तलाश में जुटीं रानी बाग, सुल्तानपुरी और अमन विहार थाने की पुलिस टीमों को भी उस स्नैचर के बारे में नीरज ने अहम सुराग मुहैया कराए, जिसके बाद पुलिस ने हिमाचल प्रदेश के आनंदपुर साहिब से उसे पकड़ा। उसकी गिरफ्तारी से स्नेचिंग के 20 केस सॉल्व हुए। पुलिस ने एक देसी पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस, चोरी की बाइक, वारदात में इस्तेमाल दो स्कूटी और लोगों से छीने गए कुछ मोबाइल फोन भी बरामद किए। नीरज ने हाल ही में तीन स्नैचरों को पकड़ने में अहम भूमिका निभाई। ये लोग स्नैचिंग करने के बाद मंगोलपुरी इलाके में स्कूटी पर घूम रहे थे। कई घंटों की सीसीटीवी फुटेज स्कैन करने के बाद नीरज ने तीनों आरोपियों की पहचान की और उनकी गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाई।

गुमशुदा बच्चों को तलाशने का काम भी तेज  

नीरज इलाके में गुमशुदा बच्चों को तलाशने में भी वह बेहद अहम भूमिका निभा रहीं हैं। पिछले दो-तीन महीने के अंदर ही वह 8 लापता बच्चों को तलाश कर उन्हें सुरक्षित उनके परिजनों तक पहुंचा चुकी हैं। यही वजह है कि उनके काम की जमकर तारीफ हो रही है।

घर पर काम डिस्कस नहीं करती

नीरज की मानें तो मैं अपने घर पर अपनी ड्यूटी के बारे में ज्यादा डिस्कस नहीं करती। मेरे लिए मेरा काम भी उतना ही अहम है जितना मेरा परिवार, लेकिन मैं दोनों को अलग-अलग रखकर चलती हूं। मुझे अपने सीनियर अफसरों और परिवार दोनों का भरपूर सपोर्ट मिला है, तभी मैं यह सब कर पा रही हूं। वह कहती हैं कि ड्यूटी या ऑपरेशंस के दौरान अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए, मैं काम करती हूं और मेरी कोशिश है कि मैं फील्ड में और अच्छा काम करके दिखाऊं।

अकेले संभालती हैं दो बेटियों की जिम्मेदारी

कॉन्स्टेबल नीरज के ऊपर केवल पुलिस ड्यूटी का ही नहीं, बल्कि घर पर दो छोटी बेटियों को अकेले संभालने का जिम्मा भी है। वह इन दोनों जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहीं हैं। मूल रूप से यूपी निवासी नीरज 2018 बैच की महिला पुलिसकर्मी हैं। मंगोलपुरी थाने में उन्हें पहली पोस्टिंग मिली तो उन्होंने अफसरों के सामने अपने पुरुष सहकर्मियों की तरह ही फील्ड ड्यूटी की इच्छा जताई। जिसके बाद उन्हें बीट कॉन्स्टेबल जैसा अहम जिम्मा सौंपा गया और वह सबकी उम्मीदों पर खरी भी उतरीं। महज तीन महीने के अंदर न केवल 7-8 बदमाशों को पकड़ने में अहम भूमिका निभाई, बल्कि लापता बच्चों को भी तलाशा।