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दसवीं की छात्रा ने बनाई कीटनाशक छिड़काव की स्वचालित मशीन

Published - Sun 29, Nov 2020

दसवीं कक्षा की छात्रा नेहा ने जब अपने परिजनों को खेत में कीटनाशक का छिड़काव करते समय परेशानी उठाते देखा तो उसे एक नए तरीके की मशीन बनाने का ख्याल आया। जिससे खेती से जुड़े लोगों को कोई परेशानी न उठानी पड़े। तब उसने एक ऐसी स्वचालित मशीन बनाई, जिससे एक साथ तीन पेड़ों पर छिड़काव किया जा सकता है साथ ही व्यक्ति कीटनाशक से दूरी भी बनाए रखता है, जिससे उसके स्वास्थ्य पर बुरा असर नहीं पड़ता है।

नई दिल्ली। नेहा भट्ट के अनुसार मैंने देखा कि सुपारी उत्पादकों को कीटनाशक के छिड़काव में परेशानी होती है और इससे उनके स्वास्थ्य पर असर भी पड़ता है, इसलिए मैंने उनके लिए बैटरी से चलने वाली एक स्वचालित मशीन बनाई। मैं दक्षिण कन्नड़ के पुत्तुर की रहने वाली और दसवीं कक्षा की छात्रा हूं। मेरे परिवार के लोग सुपारी की खेती से जुड़े हैं। मैंने अपने आसपास देखा कि सुपारी की खेती करने वाले किसानों को कीटनाशक के छिड़काव में काफी परेशानी झेलनी पड़ती है, इसलिए मैंने उनके लिए बैटरी से चलने वाली एक स्वचालित मशीन बनाने का फैसला किया। किसान जिस पारंपरिक गाटर मशीन का उपयोग करते हैं, उसमें दो व्यक्तियों की जरूरत पड़ती है। एक व्यक्ति जहां पेड़ के नीचे खड़े होकर पंप चलाता है, वहीं दूसरा व्यक्ति पेड़ पर चढ़कर छिड़काव करता है। इसके अलावा कीटनाशक के करीब रहने से स्वास्थ्य संबंधी समस्या पैदा होने की भी आशंका रहती है, इसलिए मैंने कीटनाशक का छिड़काव करने वाली स्वचालित मशीन बनाई, जिसके लिए मुझे काउंसिल फॉर साइंटिफिक ऐंड इंडस्ट्रियल रिसर्च की ओर से इनोवेशन अवार्ड भी मिला।

जरूरी उपकरण पुराने ही हैं

मैंने जो मशीन बनाई है, वह है तो नई, लेकिन उसमें लगने वाले उपकरण जैसे, गाटर पंप, डीजल मोटर, प्रेशर रिलीज वाल्व, गियरबॉक्स,  लिक्विड इंडिकेटर आदि पुराने हैं। 30 किलो वजन की इस मशीन को एक ठेले पर सेट किया जाता है, ताकि कहीं भी ले जाया जा सके। इसमें मेरे अभिभावक और स्कूल के अटल टिंकरिंग लैब्स ने मदद की।

गाटर पंप महत्वपूर्ण

इस मशीन में दोनों गाटर पंप की भूमिका अहम होती है। उन्हें आमने-सामने लगाया जाता है और उनके पिस्टन गियरबॉक्स से जुड़े होते हैं। एक पहिया होता है, जो मशीन से जुड़ा रहता है। एक बार जब पहिया घूमता है, तो एक पिस्टन खींचता है, दूसरा धक्का देता है। छोटा पहिया मोटर से जुड़ा रहता है, जिससे बैटरी को ऊर्जा मिलती है। जब गाटर पंप दबाव डालता है, तो सक्शन बॉक्स कीटनाशक को खींचता है और जंक्शन बॉक्स उसका छिड़काव  करता है।

एक साथ तीन पेड़ों पर छिड़काव संभव 

इस जंक्शन बॉक्स में तीन आउटलेट्स लगे हैं, जिससे एक साथ तीन पेड़ों पर कीटनाशक का छिड़काव किया जा सकता है। चार्ज किए जाने के बाद इसमें लगी बैटरी लगातार पांच घंटे तक काम करती है। धान, रबर और काजू की फसल के लिए भी इस मशीन का इस्तेमाल किया जा सकता है।