Aparajita
Aparajita

महिलाओं के सशक्तिकरण की एक सम्पूर्ण वेबसाइट

जम्मू-कश्मीर की पहली महिला बस चालक बनीं पूजा

Published - Thu 24, Dec 2020

कहते हैं कि अगर आपके हौसले बुलंद हों तो आपको आगे बढ़ने या कुछ नया करने से कोई नहीं रोक सकता। जम्मू-कश्मीर की पूजा की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। टैक्सी-ट्रक चला चुकीं पूजा अब जम्मू-कश्मीर की पहली महिला बस चालक बन गई हैं।

pooja

जम्मू। पांच साल पहले शौकिया तौर पर ड्राइविंग सीखने वाली पूजा देवी का सपना था कि वो किसी दिन बड़ी गाड़ी चलाएं। उनका यह सपना अब पूरा हो गया। बसोहली के सांदर गांव की रहने वाली  पूजा देवी प्रदेश की पहली ऐसी महिला हैं, जो बस चलाने लगी हैं। बुधवार सुबह जम्मू से कठुआ और कठुआ से जम्मू के बीच चलने वाली एक बस का स्टीयरिंग पूजा देवी के हाथ में था। देखने वाले जहां हैरान थे, तो वहीं पूजा के चेहरे पर बस चलाने की खुशी थी। परिवार और आसपास के जो लोग पहले उनकी ड्राइविंग का विरोध कर रहे थे, आज पूजा उन्हें गौरवान्वित कर रही हैं। पूजा ने अन्य महिलाओं को भी ड्राइविंग सिखाने की ठान ली है। इससे पहले पूजा कुछ माह तक जम्मू-कठुआ के बीच ट्रक भी चला चुकी हैं। जम्मू-कठुआ बस यूनियन के महाप्रबंधक रछपाल सिंह ने कहा कि दो दिन पहले पूजा उनके पास आई थीं और बस चलाने की इच्छा जाहिर की थी। चूंकि वो इससे पहले ट्रक भी चला चुकीं हैं और उनके पास हैवी व्हीकल ड्राइविंग लाइसेंस भी है। ऐसे में कोई दिक्कत नहीं थी। बुधवार सुबह 11 बजकर 52 मिनट पर पूजा बस लेकर जम्मू से कठुआ पहुंचीं और शाम को समय से लौटीं भी। 

बचपन में देखा सपना, अब जाकर हुआ पूरा

बस का स्टीयरिंग पकड़े पूजा खुद को खुशकिस्मत महिला मान रही हैं। उनका कहना है कि बचपन में देखा सपना अब जाकर पूरा हुआ है। इसके लिए काफी संघर्ष किया है। पति और परिवार की इच्छा के बिना इस सपने को पूरा करने की ठान ली थी। पूजा का कहना है कि बड़ी गाड़ी चलाने का पहले से मन बनाया था, लेकिन परिवार से जब इच्छा जाहिर करती, तो वह नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी घर से बाहर जाए और इस तरह की गाड़ी चलाए। पूजा का कहना है कि उन्होंने महिलाओं के पैरों में बंधी बेड़ियों को तोड़ने की शुरूआत की है और चाहती हैं कि अन्य महिलाएं भी अपने सपनों को पूरा करें। 

 अन्य महिलाओं को ड्राइविंग सिखाने का शौक

अन्य महिलाओं को ड्राइविंग सिखाना चाहती हूं। इससे पहले टैक्सी और ट्रक चला चुकी हूं। उम्मीद नहीं थी कि कोई भरोसा जताएगा लेकिन यह सपना भी पूरा हो गया। कोई बड़े ख्वाब नहीं देखती, लेकिन ड्राइविंग को लेकर खुली आंखों से देखा सपना पूरा कर लिया है। अपनी मेहनत के जरिये पैसा कमाने के इस रास्ते से खुशी होती है।