कोरोना की जंग जीतने में प्रशासनिक अधिकारी दिन-रात जुटे हुए हैं। इनमें से चार अधिकारी ऐसे हैं जो प्रतिदिन देश को कोरोना वायरस से जुड़ी हर जानकारी और आंकड़े देते हैं। इन्हीं चार अधिकारियों में शामिल हैं एक महिला आईएएस अधिकारी पुण्य सलीला श्रीवास्वत। यह 1993 बैच की अधिकारी हैं और अपने काम को बेहद बखूबी तरीके से अंजाम दे रही हैं।
नई दिल्ली। पुण्य सलिला श्रीवास्तव अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम ऐंड यूनियर टेरिटरीज काडर की आईएएस अधिकारी हैं और फिलहाल केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव (नारी सुरक्षा) के पद पर तैनात हैं। आजकल प्रेस ब्रीफिंग के दौरान देश की निगाहें उनकी अपडेट पर टिकी रहती हैं। श्रीवास्तव की गिनती देश के तेजतर्रार महिला अधिकारियों में होती है। यही वजह है कि मई 2018 में जब पहली बार गृह मंत्रालय में नारी सुरक्षा का अलग से विभाग बनाया गया तो इसकी जिम्मेदारी संभालने के लिए उन्हें चुना गया।
दिल्ली में भी कर चुकी हैं काम, रह चुकी हैं शिक्षा सचिव
सलिला दिल्ली, गोवा और दमन एवं दीव में भी काम कर चुकी हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय में नियुक्ति से पहले वह दिल्ली में एजुकेशन ऐंड ट्रेनिंग डिपार्टमेंट में सेक्रटरी के तौर पर काम कर रही थीं। उस दौरान उन्होंने दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में शानदार काम किया। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से फिजिक्स में बीएससी और एमएससी की है। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली हैं।
जनगणना के सफल ऑपरेशन के लिए मिल चुका है पुरस्कार
2001 में जनगणना के सफल अभियान के लिए उन्हें राष्ट्रपति सिल्वर मेडल से सम्मानित किया गया था। उन्होंने महिला सुरक्षा के लिए बनाई गई नीतियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी गिनती मेहनती और ईमानदार अधिकारियों में होती है।
प्रतिदिन कर रहीं 18 से 20 घंटे काम
कोरोना की यह जंग जीतने में यह अधिकारी दिन रात जुटी हुई हैं। यह प्रतिदिन 18 से 20 घंटे तक काम कर रही हैं। कोरोना पर अपडेट लेना और तैयारियों का जायजा लेने के साथ वह प्रतिदिन मीडिया के साथ प्रेस ब्रीफिंग करती हैं और मीडिया के माध्यम से देश को हर जानकारी उपलब्ध कराती हैं। उनके अनुसार यह जंग हम जीतकर रहेंगे, बस केवल और केवल इसमें आपका यानि जनता का साथ चाहिए। अगर लोग घरों में रहेंगे और लॉकडाउन का पालन करेंगे तो भारत यह जंग जीतकर कर रहेगा और हम हर हाल में कामयाब होंगे।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.