टोक्यो ओलंपिक आयोजन समिति की अध्यक्ष सीको हाशिमोतो बनाई गई हैं। ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी महिला को यह मुख्य कमान सौंपी गई है। सीको ने ओलंपिक में रिकॉर्ड सात बार भाग लिया है। पूर्व अध्यक्ष योशिरो मोरी द्वारा महिलाओं पर की गई गलत टिप्पणी और उसके बाद हो रहे विरोध के चलते उन्हें इस्तीफा देना पड़ा, इसके बाद ही कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार किसी महिला को ही अध्यक्ष बनाया जाएगा। जिसके बाद उनक चयन हुआ।
नई दिल्ली। जापान में ऊंचे पदों पर महिलाओं की संख्या बेहद कम है, ऐसे में सीको का चयन एक इतिहास बन गया है। हर तरफ उनकी चर्चा है। सीको हाशिमोतो ओलंपिक में सर्वाधिक सात बार भाग लेकर रिकॉर्ड बना चुकी हैं। हाशिमोतो का ओलंपिक से गजब का रिश्ता है। उनका जन्म टोक्यो ओलंपिक 1964 के उद्घाटन समारोह से पांच दिन पहले उत्तरी जापान के होकाइदो में हुआ था, इस कारण उनका नाम सीको रखा गया। ‘सीको’ सीका से लिया गया है, जिसका अर्थ ओलंपिक मशाल होता है।
लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण विभाग भी है सीको के पास
वर्तमान में 56 वर्षीय हाशिमोतो प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा की कैबिनेट में ओलंपिक मंत्री पद पर हैं। उनके पास लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण से जुड़ा विभाग है। वह महिलाओं के लिए बेहतर काम करने के लिए जानी जाती हैं। वह तीन ग्रीष्मकालीन ओलंपिक (1988,1992, 1996) और चार शीतकालीन ओलंपिक (1984,1988, 1992, 1994) में हिस्सा ले चुकी हैं। उन्होंने 1992 में स्पीडस्केटिंग में 1500 मीटर में कांस्य पदक जीता था। यह ओलंपिक में उनका एकमात्र पदक है।
कैसे मिला पद
सीको, 83 वर्षीय योशिरो मोरी की जगह लेने जा रही हैं। इससे पहले योशिरो मोरी टोक्यो ओलंपिक आयोजन समिति के अध्यक्ष थे। वह जापान के पूर्व प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। मोरी हाल ही में महिलाओं पर गलत टिप्पणी करके चर्चा में आए थे। उन्होंने कहा था कि महिलाएं बहुत अधिक बातें करती हैं। इसके बाद उनका काफी विरोध होने लगा था। इस विरोध के चलते उन्हें अपने पद से त्यागपत्र देना पड़ा था। उसके बाद हुई कार्यकारी बैठक में हाशिमोतो को नया अध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई।
सीको के रिकॉर्ड
1 - सात बार रिकॉर्ड ओलंपिक में भाग लेने वाली महिला
2 - 01 कांस्य पदक जीता है ओलंपिक खेलों में स्पीडस्केटिंग में
3 - 06 स्वर्ण पदक एशियन विंटर खेलों में, जबकि एक कांस्य पदक एशियाई खेलों और एक रजत पदक एशियाई चैंपियनशिप में जीता है
4 - कुल 12 अंतराष्ट्रीय पदक स्पीड स्केटर और ट्रैक साइक्लिस्ट के जीते हैं
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.