मध्यप्रदेश की रहने वाली सुगना देवी का वीडियो यू-ट्यूब पर हुआ वायरल, सोनू निगम, शंकर महादेवन जैसे बड़े गायकों ने सराहा
ये हैं सुगना देवी। बचपन से गाने का शौक था, लेकिन शादी के बाद पारिवारिक जिम्मेदारियों ने उन्हें गाने नहीं दिया। पति की मौत हुई तो चार बच्चों का पेट भरने की जिम्मेदारी भी उन पर आन पड़ी। तब एक ही रास्ता था,बचपन में जो शौक था, उसे पेट भरने का जरिया बनाया जाए। इसके बाद सुगना देवी ने जागरण में गाना शुरू कर दिया। रातभर भजन गाने के बाद उन्हें महज 100 रुपये मिलते थे, लेकिन परिवार के लिए यह भी जरूरी था। अब सुगना की उम्र 61 साल है। एक दिन बच्चों ने मां का ठुमरी गुनगाते का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। उन्हें अंदाजा नहीं था कि एक ही दिन में यह वीडियो इतना वायरल हो जाएगा कि उनकी मां को बॉलीवुड तक से ऑफर मिलने लगेंगे। सोनू निगम, शंकर महादेवन, दलेर मेहंदी जैसे प्रसिद्ध गायकों ने सुगना देवी की तारीफ करते हुए मिलने की इच्छा जताई है।
तालीम नहीं ली, घर के माहौल से सीखा संगीत
सुगना देवी का संबंध संगीत-व्यवसायी घराने से है। पिता मोहन लाल डांगी तबला वादक थे, जो रतलाम में रहते थे। लेकिन सुगना कभी संगीत नहीं सीख पाई सिर्फ सुन सुनकर ही उन्होंने गाना सीख लिया। सुगंधा देवी की शादी मंदसौर में हुई थी। उनकी बहुत इच्छा थी कि वह भी गीत संगीत की दुनिया में अपना नाम रोशन करे और इसमें मदद की उनके पति भगवती लाल गंधर्व ने। वे भी तबला वादक और गायक थे। उनसे सुगना ने भजनों की तालीम ली। लेकिन पारिवारिक स्थिति और जिम्मेदारियां उनके सपनों पर भारी पड़ती रही। पति ने थोड़ी हिम्मत दी तो उन्होंने गीत गाए। इस बीच पति की मौत हो गई और सुगना देवी को यह सब भी छोड़ना पड़ा।
बच्चों की जिम्मेदारी आई तो गाए भजन
पति से ली भजनों की तालीम उनके निधन के बाद सुगना के काम आई। पति के जाने के बाद तीन बेटों और एक बेटी की परवरिश करना मुश्किल था। इसके लिए सुगना जागरण में जाकर रातभर भजन गाती थी। सुबह 6 बजे तक भजन गाने पड़ते थे। इस पर उन्हें महज 100 रुपये मेहनताना मिलता था। जागरण में भजन गाकर सुगना ने बेटे को तबला बजाना सिखाया, एक को गाना तो एक बड़े बेटे को उसके पिता की जगह अनुकंपा नौकरी में कलेक्टर ऑफिस में लगवाया। बेटी को पढ़ाया। अपने जीवन की कहानी बताते हुए सुगना का गला रुंध जाता है और आंखों से आंसू छलक आते हैं। इस सबके बावजूद वे जोश से कहती हैं कि यदि आज उसे अच्छा मंच मिल जाए तो, वह अभी भी गा सकती हैं।
दलेर ने कहा, जल्द बुलाऊंगा मुंबई
मध्यप्रदेश के मेघनगर में हाल ही में 19 अप्रैल को स्टेज शो करने आए दलेर मेहंदी ने सुगना देवी से मुलाकात की और जल्द ही मुंबई बुलाकर गाना कंपोज कराने का वादा किया।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.