सुशांत केस की जांच करने के लिए सीबीआई ने जिस एसआईटी टीम का गठन किया है। उसमें बिहार की ही रहने वाली दो आईपीएस ऑफिसर नुपुर और गगनदीप को भी शामिल गया गया है। यह दोनों ही अधिकारी बेहद तेजतर्रार हैं और इससे पहले भी कई महत्वपूर्ण केसों की जांच कर चुकी हैं।
नई दिल्ली। गगनदीप गंभीर बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली हैं और इसी शहर में पली-बढ़ी हैं। वह गुजरात कैडर के 2004 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। 45 वर्षीय गगनदीप राजकोट सहित पश्चिमी राज्य के कई जिलों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) रह चुकी हैं। पिछले डेढ़ साल से वह सीबीआई में तैनात हैं। वह कई हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच करने वाली टीमों का हिस्सा भी रही हैं, जिनमें बड़े घोटाले भी शामिल हैं। इन आईपीएस अधिकारी ने अवैध खनन मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कथित भूमिका की जांच का भी निरीक्षण किया था। बाद में उन्हें सृजन घोटाले और पत्रकार उपेंद्र राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने वाली इकाई में ट्रांसफर कर दिया गया था। संयुक्त निदेशक साई मनोहर की अध्यक्षता वाली विशेष जांच टीम में उनके पास डीआईजी का अतिरिक्त प्रभार भी था, यह टीम, विजय माल्या और अगस्ता वेस्टलैंड जैसे हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच कर रही थी। कोयला घोटाले से जुड़े कुछ मामलों की जांच भी गगनदीप ने की है। अब सुशांत केस की जांच के लिए सीबीआई की ओर से गठित एसआईटी की टीम में गगनदीप की मुख्य भूमिका है। इस जांच टीम के सुपरविजन का जिम्मा गगनदीप को सौंपा गया है। वह पंजाब यूनिवर्सिटी की टॉपर भी रह चुकी हैं।
रिया से पूछताछ करने वाली तेजतर्जार ऑफिसर हैं नुपुर
टिकारी के सलेमपुर गांव की रहने वाली नुपुर प्रसाद 2007 बैच की एजीएमयूटी कैडर की आईपीएस हैं। वह दिल्ली के शाहदरा की डीसीपी भी रह चुकी हैं। पिछले साल यानि 2019 में ही उनकी सीबीआई में नियुक्ति हुई थी। सीबीआई में वह बतौर एसपी कार्यरत हैं। आईपीएस नुपुर सीबीआई की तेज तर्रार अधिकारी के रूप में जानी जाती हैं। विभागीय सूत्रों की मानें तो वह अपने सवालों में रिया को उलझाकर सब सच उगलवा लेंगी। उनके सवाल पूछने और काम करने का अंदाज जुदा है।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.