जिया को इस उपलब्धि के लिए ग्रेटर मुंबई अमेचर एक्वेटिक एसोसिएशन की अध्यक्ष जरीर एन बालीवाला ने ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।
जीत की खातिर बस जुनून चाहिए, जिसमे उबाल हो ऐसां खून चाहिए, ये आसमा भी आएगा जमी पर, बस इरादों में जीत की गूंज चाहिए...। ऐसे ही मजबूत इरादों के साथ उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ की बेटी जिया राय ने अरब सागर में तैरने का नया रिकॉर्ड बनाया है। उसने 8 घंटा 40 मिनट में वरली सी लिंक से गेटवे ऑफ इंडिया तक 36 किमी की दूरी पूरी कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
जिया राय महज 12 साल की हैं, लेकिन इतनी छोटी सी उम्र में तैराकी कर एक नई मिशाल पेश की है। जिया स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) नामक दिमागी बीमारी से पीड़ित है। जिया ने वरली सी लिंक से गेटवे ऑफ इंडिया तक की तैराकी सुबह 3:50 बजे शुरू की और 12:30 बजे समाप्त की। यह प्रतियोगिता महाराष्ट्र तैराकी संघ द्वारा आयोजित की गई थी। उनकी इस उपलब्धि के लिए ग्रेटर मुंबई अमेचर एक्वेटिक एसोसिएशन की अध्यक्ष जरीर एन बालीवाला ने ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। इससे पूर्व जिया 15 फरवरी को 2020 में एलिफैंटा द्वीप से गेटवे ऑफ इंडिया के बीच 14 किमी की दूरी मात्र 3 घंटे 27 मिनट में तय कर विश्व रिकॉर्ड बना चुकी है।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है जिया का नाम
जिया समुद्र में 14 किमी की दूरी तय करने वाली सबसे कम उम्र की सबसे तेज तैराक मानी जाती हैं। वहीं, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जिया राय का नाम दर्ज है। जिया राय के पिता नौसेना में अफसर हैं जबकि मां केंद्रीय स्कूल में अध्यापक है। आजमगढ़ के सगड़ी तहसील स्थित कटाई अलीमुद्दीनपुर के मूल निवासी मदन राय अपनी पत्नी और बेटी जिया राय के साथ दक्षिण मुंबई के कोलाबा में रहते हैं।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.