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पंजाब की प्रशासनिक व्यवस्था पत्नी तो कानून व्यवस्था पति के जिम्मे

Published - Sun 28, Jun 2020

पंजाब में आजकल विनी महाजन का मुख्य सचिव बनना काफी चर्चा में है। वह प्रदेश के डीजीपी दिनकर गुप्ता की पत्नी हैं। ऐसे में पंजाब की प्रशासनिक व्यवस्था पत्नी तो कानून व्यवस्था पति के जिम्मे हैं। संभवत: देश में ऐसा पहली बार हुआ है जब पति-पत्नी एक ही राज्य में कानून और प्रशासनिक, दोनों व्यवस्था के एक ही समय में मुखिया हों, इसलिए यह दंपती आजकल चर्चा में है।

vinni mahajan

नई दिल्ली। 1987 बैच की आईएएस अधिकारी विनी महाजन को हाल ही में पंजाब की नई मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। वह डीजीपी दिनकर गुप्ता की पत्नी हैं। विनी अभी तक इन्वेस्टमेंट प्रमोशन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग एव वाणिज्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव, सूचना एवं प्रोद्यौगिकी विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव व गवर्नेंस रिफॉर्म्स एंड पब्लिक ग्रीवांसेज की अतिरिक्त मुख्य सचिव पद की अहम जिम्मेदारियां संभाल रही थीं, लेकिन अब सरकार ने विनी महाजन को कंधों पर मुख्य सचिव जैसे पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप दी है। आईएएस अधिकारी विनी महाजन के मुख्य सचिव का पद संभालने के साथ ही पंजाब के प्रशासकीय ढांचे ने एक नया इतिहास रच दिया है क्योंकि उनके पति पहले से ही प्रदेश की कानून व्यवस्था का जिम्मा संभाल रहे हैं। यानी पंजाब को चलाने की जिम्मेदारी पहली बार एक दंपती को मिल गई है। संभवत देश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब एक ही राज्य में दंपती सूबे के मुख्य पदों पर आसीन हैं। 

पति आईपीएस और पत्नी आईएएस

डीजीपी दिनकर गुप्ता आईपीएस 1987 बैच के हैं, जबकि विनी महाजन भी 1987 बैच की ही आईएएस अफसर हैं। मुख्य सचिव के अधीन सूबे की प्रशासनिक व्यवस्था पर सरसरी नजर डाली जाए तो डीजीपी (जिस पद पर विनी महाजन के पति नियुक्त हैं) के पद पर नियुक्ति के लिए पैनल का निर्धारण और सिफारिश में भी मुख्य सचिव की अहम भूमिका होती है। यानी दिनकर गुप्ता और विनी महाजन को अब यदि प्रदेश के सबसे पॉवरफुल दंपती के रूप में आंका जाए, तब भी सबसे ज्यादा पॉवर पत्नी विनी महाजन के पास ही है।

ताकतवर दंपती के साथ विवाद भी, वरिष्ठों की अनदेखी कर पद देने का आरोप

प्रदेश के इस ताकतवर दंपती के साथ विवाद भी जुड़ा है। दोनों की नियुक्ति में एक समानता यह भी है कि दोनों को सीनियर अधिकारियों को अनदेखा कर अहम पदों पर नियुक्ति दी गई है। दिनकर गुप्ता को डीजीपी नियुक्त किए जाने का विरोध हुआ था और इस पद के दावेदार सीनियर अधिकारी कैट में मामला ले गए थे। अब विनी महाजन की नियुक्ति भी 1984 बैच के केबीएस सिद्धू, सतीश चंद्रा समेत कई सीनियर अफसरों को नजरअंदाज करते हुए की गई है। चर्चा शुरू हो गई है कि सीनियर आईएएस अधिकारियों द्वारा विनी महाजन की नियुक्ति को भी चुनौती दी जा सकती है।
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दिनकर गुप्ता को केंद्र में भेजने की अटकलें तेज

विनी महाजन की मुख्य सचिव पद पर नियुक्ति के साथ ही उनके पति दिनकर गुप्ता को जल्द ही केंद्र सरकार की सेवा में भेजने की चर्चा शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि दोनों उच्चाधिकारियों की समान उपस्थिति राज्य सरकार के लिए कई तरह की कठिनाइयां पैदा कर सकती हैं। इसके अलावा उच्चाधिकारी पति-पत्नी को एक ही स्टेशन अलॉट नहीं किया जाता।