महिलाएं अगर किसी बात को करने की ठान लें तो उसे पूरा करके ही दम भरती हैं। इसलिए आज की महिलाओं और युवतियों को ऐसी महिलाओं को अपनी प्रेरणा मानकर जीवन में लक्ष्य की प्राप्त करना चाहिए।
चंबा। दृढ़ संकल्प लेकर महिलाएं किसी भी मुकाम को हासिल कर सकती हैं। अरुणिमा सिन्हा ने दोनों टांगे कटने के बावजूद भी एवरेस्ट की चोटी को फतेह किया, क्योंकि उनके मन में ऐसा करने का दृढ़ संकल्प था। इसी तरह अन्य महिलाएं भी दृढ़ संकल्प लेकर जीवन में आगे बढ़ सकती हैं। यह बात चंबा कॉलेज में अमर उजाला के अपराजिता 100 मिलियन स्माइल्स कार्यक्रम में छात्राओं को संबोधित करते हुए सदर थाना प्रभारी प्रशांत ठाकुर ने कही। उन्होंने कहा कि महिलाएं अगर किसी बात को करने की ठान लें तो उसे पूरा करके ही दम भरती हैं। इसलिए आज की महिलाओं और युवतियों को ऐसी महिलाओं को अपनी प्रेरणा मानकर जीवन में लक्ष्य की प्राप्त करना चाहिए।
सोशल मीडिया पर हो रहे अपराधों से रहें सावधान : आदर्श राजेंद्रम
कार्यक्रम के बतौर मुख्यातिथि शिरकत करने वाले प्रोवेशनर आईपीएस आदर्श राजेंद्रम ने छात्राओं को फेसबुक और व्हाटसएप पर हो रहे अपराधों के बारे में जानकारी दी। साथ ही इन अपराधों का शिकार होने से बचने के लिए विशेष टिप्स दिए। उन्होंने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि दहेज प्रथा समाज की सबसे बड़ी बुराई है। इसलिए इस बुराई से लड़ने के लिए सभी महिलाओं को एकजुट होना होगा। युवतियों को शादी के समय दहेज देने को लेकर आवाज उठानी चाहिए। अगर लड़के वाले दहेज की जिद करें तो उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाएं। इससे दहेज के लालचियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके। उन्होंने छात्राओं को क्राइम फ्री हिमाचल ऐप के बारे में भी जानकार दी। इस ऐप के जरिये किसी भी अपराध की सूचना पुलिस को दी जा सकती है। सूचना देने वाले का नाम भी गोपनीय रहता है। उन्होंने कहा कि वे अपनी कोई भी जानकारी फेसबुक और व्हाट्स ऐप पर अंजान व्यक्ति के साथ साझा न करें।
महिलाओं का जागरूक होना सबसे बड़ी जरूरत
जागरूकता के अभाव में अकसर महिलाएं अपने साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ आवाज नहीं उठा पाती। महिलाओं को जागरूक होना आज के समय में जरूरत है। अपराजिता कार्यक्रम की सराहना करते हुए चंबा कॉलेज की छात्राओं ने यह बातें कहीं। छात्राओं का कहना है कि यह कार्यक्रम एक बेहतर पहल है।
बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा भारती का कहना है कि अमर उजाला का कार्यक्रम एक बेहतर पहल है। इस तरह के कार्यक्रम भविष्य में भी होते रहने चाहिए। जिससे महिलाओं और युवतियों को उनके अधिकारों की जानकारी मिल सके।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.