हरिपुर महाविद्यालय में अपराजिता कार्यक्रम में एसएचओ महिला थाना ने किया जागरूक
हरिपुर (कुल्लू)। स्कूल और महाविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं अपने साथ छेड़छाड़ व अन्य गलत हरकतें करने वालों को अनदेखा न करें। एक बार अनदेखी करने पर इस तरह के मामले बढ़ जाते हैं। ऐसे में यह एक दिन अपराध का रूप भी ले सकता है। इसके चलते इस तरह की हरकतों का डटकर विरोध करें। अपने परिवार, अध्यापकों या फिर पुलिस को इसकी सूचना दें।
यह बात एसएचओ महिला थाना कुल्लू गरिमा सूर्या ने शनिवार को हरिपुर महाविद्यालय में अमर उजाला के 100 मिलियन स्माइल्स अभियान के तहत अपराजिता कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि कही। कार्यक्रम में जवाहर लाल नेहरू महाविद्यालय हरिपुर और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हरिपुर की करीब 315 छात्राओं को साइबर क्राइम, नशे और कानून के प्रति जागरूक किया गया। एसएचओ गरिमा सूर्या ने कहा कि फेसबुक, व्हाट्सऐप पर किसी के साथ निजी जानकारी साझा न करे। ऐसा करने के बाद आपको पछताना पड़ सकता है। किसी अनजान व्यक्ति को सोशल मीडिया में दोस्त न बनाए। फेक कॉल्स से भी बचें। बैंक से कभी फोन नहीं आता और न ही ओटीपी पूछा जाता है। अगर कोई ऐसी फेक कॉल्स आती हैं तो उनका जवाब मत दो। नशे का प्रचलन युवाओं के बीच लगातार बढ़ता जा रहा है। ड्रग्स की लत लग जाने के बाद इससे पीछा छुड़ाना मुुश्किल हो सकता है। अगर कोई आपके आसपास ड्रग्स ले रहा है तो इसके बारे में पुलिस को सूचित करें। क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किया गया है। यहां पर नशा छुड़ाने के लिए जा सकते हैं। उनकी पहचान को गुप्त रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मिशन जीरो नाम से एक अभियान चलाया है। इसके तहत नशा पीकर वाहन चलाने, ओवरटेक, बिना सीट बेल्ट के वाहन चलाने, बिना हेलमेट के दो पहिया वाहन चलाने और ओवरलोडिंग के प्रति वाहन चालकों को जागरूक किया जा रहा है। पुलिस का लक्ष्य सड़क दुर्घटनाओं को शून्य करना है। महिलाओं के लिए कई कानून भी हैं। इस दौरान राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हरिपुर के प्रधानाचार्य पलदेन दोरजे, डॉ. कुसुम आजाद, प्रोफेसर अंजली कुमारी, प्रो. कृष्णा शर्मा, देचेन छोमो, प्रो. कविता कटोच, सीता आदि मौजूद रहे।
तकनीकी का सही इस्तेमाल करें : विपिन
जवाहर लाल नेहरू महाविद्यालय हरिपुर के प्राचार्य डॉ. विपिन चंद राठौर ने कहा कि कार्यक्रम में छात्राओं को महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई है। तकनीकी का सही इस्तेमाल होना चाहिए। फेसबुक, व्हाट्सऐप ने काफी चीजें आसान कर दी हैं। लेकिन कई युवा इसमें फंस भी रहे हैं। छात्राओं को खासकर सतर्क रहने की जरूरत है। अनजान से दोस्ती न करे। सपनों की दुनिया से बाहर आकर हकीकत में चीजों को तोलने के बाद निर्णय लेने पर सफलता जरूर मिलेगी।
मुश्किल में साथ देगी गुड़िया हेल्पलाइन, शक्ति ऐप
अगर किसी महिला व छात्रा का कोई पीछा कर रहा या फिर वह मुश्किल में है तो ऐसे में गुड़िया हेल्पलाइन और शक्ति ऐप उसकी मदद करेगा। वह गुड़िया हेल्पलाइन 1515 पर कॉल करे। यह कॉल पहले शिमला हेड ऑफिस में जाती है, यहां से संबंधित थाना को इसकी रिपोर्ट की जाती है। आपके नजदीक थाना से आपको फोन आएगा। फोन कर महिला व छात्रा को पूछेंगे कि आप किस तरह की दिक्कत में है। इसके साथ शक्ति ऐप का एक बटन दबाने पर भी आपको कॉल आएगी। एसएचओ महिला थाना गरिमा सूर्या ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों को देखते हुए इन ऐप को बनाया गया है।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.