जैसे चिकित्सक बीमारियों को दूर करता है, उसी प्रकार पुलिस भी समाज के भीतर मौजूद अराजकता और अपराध दूर करती है। इलाज अच्छा हो यह तभी संभव है, जब आप बिना संकोच इसके बारे में चिकित्सक को अच्छे से बताएं। इसलिए संकोच त्यागें और अपने साथ हुई घटना, अपराध के बारे में पुलिस को जानकारी दें, ताकि आपको इंसाफ दिलाया जा सके। डीआईजी आजमगढ़ सुभाष चंद्र दुबे ने बृहस्पतिवार को शहर के सिधारी थाना क्षेत्र के तिवारीपुर स्थित महादेवी हायर सेकेंडरी स्कूल में पुलिस की पाठशाला के मंच से छात्राओं की झिझक दूर करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कॉलेज की छात्राओं को उनके हक, महिला सुरक्षा के प्रति पुलिस की जिम्मेदारियां, समाज के बदलाव में महिलाओं के योगदान की जानकारी दी।
आजमगढ़। अपराजिता 100 मिलियन स्माइल के तहत हुए आयोजन में डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने महिला हिंसा से जुड़ी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि लड़कियां पढ़ने के लिए स्कूल आती हैं। वह बाहर जाती हैं तो उनके साथ अनहोनी की आशंका बनी रहती है। ऐसे में सावधानी जरूरी है। कहा, अपने आसपास असामाजिक तत्वों पर नजर रखना, उसकी हरकतों के प्रति सजग रहना और कुछ होने पर तुरंत पुलिस को जानकारी देना ये आपकी जिम्मेदारी है। इसके बाद का काम पुलिस करेगी। थाने पर आने वाले लोगों का सामना पहले सिपाही से होता है। ऐसे मेें सरकार शिक्षित सिपाहियों को तैनात कर रही है। समझदार सिपाही शालीनता से बात करेगा तो फरियादियों को इसका लाभ मिलेगा। जिस प्रकार से समाज में बदलाव हो रहा, उसी तरह से अपराध करने के तरीके भी बदल रहे हैं। वर्तमान समय में सोशल मीडिया का जमाना है। मोबाइल के जरिए देश मुट्ठी में है। साइबर अपराधी एक गलत मेसेज भेजकर आपका बैंक खाता साफ कर सकते हैं। महिलाओं के साथ धोखाधड़ी भी हो रही है। इसलिए सोशल मीडिया पर गोपनीय जानकारी शेयर करने से बचें। फोटो के बारे में भी सावधानी बरतें। कोई भी इसका दुरुपयोग कर सकता है। जिस किसी को भी शक है कि कोई उसे धोखा दे रहा है या निजी जिंदगी में बगैर इच्छा के दखल दे रहा है, उसके खिलाफ 1090, 1076 आदि हेल्प लाइन की मदद ले सकती हैं। पुलिस तत्काल आपकी मदद करेगी। घूस लेने या मांगने वालों की आवाज रिकार्ड कर या वीडियो बनाकर शिकायत करें। संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर 150 से अधिक छात्राओं के अलावा प्रबंधक रामलखन मौर्य, उप प्रबंधक देवी प्रसाद मौर्य, प्रधानाचार्य रामनयन, घनश्याम यादव, कमलेश यादव, राहुल तिवारी आदि मौजूद रहे।
बच्चों के सवाल और डीआईजी के जवाब
सवाल : पुलिस रिश्वत क्यों लेती है, इसकी शिकायत किस तरह से की जा सकती है। - श्रेया सिंह
जवाब : रिश्वत लेने वालों के खिलाफ मोबाइल फोन आदि के जरिये सबूत इकट्ठा कर शिकायत करें। जरूर कार्रवाई की जाएगी।
सवाल : विदेश की पुलिस से सुरक्षा और अपनी पुलिस से हम असुरक्षा क्यों महसूस करते हैं। - संजना विश्वकर्मा
जवाब : हमारे समाज में कई तरह के अपराध हैं, जिसकी विदेशों में आजादी है। यदि कोई लड़की सुनसान स्थान पर खड़ी रहे और पुलिस टोक दे तो लोग गलत मानते हैं, जबकि वे खुद गलत होते हैं। ऐसे लोग ही भ्रम फैलाते हैं।
सवाल : महिलाओं के प्रति हिंसा बढ़ रही है। ऐसी स्थिति सामने आने पर हमें सुरक्षा के लिए क्या करना चाहिए। - आकांक्षा, अनन्या सिंह
जवाब : सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। इस पर शिकायत कर समस्या का समाधान पाया जा सकता है।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.