मधुबन (मऊ)। तहसील क्षेत्र के दिशा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खीरी कोठा में सात मई को अमर उजाला अपराजिता मतदाता जागरुकता मुहिम के तहत जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान मतदान को व्यक्ति का संवैधानिक अधिकार बताया गया।
मधुबन (मऊ)। तहसील क्षेत्र के दिशा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खीरी कोठा में सात मई को अमर उजाला अपराजिता मतदाता जागरुकता मुहिम के तहत जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान मतदान को व्यक्ति का संवैधानिक अधिकार बताया गया। महिलाओं से मतदान करने और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करने की अपील की गई। कार्यक्रम की शुरुआत शिक्षिका मैना देवी ने सरस्वती वंदना से की। मुख्य वक्ता बीईओ पंकज कुमार सिंह ने कहा कि मतदान में सभी को बढ़ चढकर हिस्सा लेना चाहिए। इसमें महिलाओं की भूमिका अहम है। उन्होंने अपील की कि महिलाएं
19 मई को मतदान करें और दूसरों को भी इसके लिए जागरूक करे। कार्यक्रम में 350 लोगों ने भाग लिया। प्रबंधक प्रेम भूषण पांडेय ने कहा कि सशक्त लोकतंत्र हम सभी की जिम्मेदारी है। ऐसे में 19 मई को सभी मताधिकार का प्रयोग करें। शिक्षक संजय सिंह ने कहा कि नारी के सशक्त होने से ही समाज में मजबूती आएगी। अपराजिता बनकर ही महिला किसी बुराई के खिलाफ आवाज उठा सकेगी। कार्यक्रम का संचालन उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष मनमोहन पाण्डेय ने किया। 350 शिक्षक शिक्षिकाओ ने शपथ पत्र भरकर अपराजिता मुहिम से जुड़ने का संकल्प लिया।
इस मौके पर दिलीप सिंह, राजेश मल्ल, सूर्यभान शर्मा, संजय सिंह, जनार्दन सिंह, ह्रदयेश पांडेय, राधेश्याम पांडेय, संजीव कुमार सिंह, आलोक, सुनिता
यादव, चंद्रकांती पांडेय आदि मौजूद रहे।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.