रंग-बिरंगे परिधानों में विद्यार्थियों ने मतदाताओं को जागरूक किया
गाजीपुर। धूप और गर्मी के बीच रंग-बिरंगे परिधानों में सनबीम स्कूल महाराजगंज के विद्यार्थी जब मतदाता जागरूकता की अलख जगाने सड़क पर निकले तो सब लोग उनको देखते रह गए। अमर उजाला के अपराजिता अभियान के तहत सीडीओ हरिकेश चौरसिया तथा सीओ नगर डॉ. तेजवीर सिंह के नेतृत्व में 15 मई को निकली रैली सड़क और खेतों की पगडंडियों से होते हुए गांव में पहुंची, जहां लोगों को वोट का महत्व समझाया गया। साथ ही हर किसी को मतदान के दिन सबसे पहले वोट डालने के लिए प्रेरित किया गया।
नगर से सटे सनबीम स्कूल महाराजगंज के प्रांगण में बालहठ का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि ने सभी को मतदान करने और कराने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि 18 साल की उम्र पूरी कर चुके युवा स्वयं मतदान करेंगे और परिवार के सदस्यों से मतदान कराएंगे। वहीं, कम उम्र के बच्चे परिवार के सभी मतदाताओं को वोट दिलाने के बाद ही खाना खाने की हठ करेंगे। उन्होंने सभी शिक्षकों-शिक्षिकाओं और कर्मचारियों से मतदान करने की अपील की। कहा कि मतदान किसी प्रत्याशी के बहकावे और लालच में आकर न करें। अच्छी सरकार तथा अच्छा नेता चुनने का अवसर पांच साल में मिलता है। इसलिए निडर होकर निष्पक्ष तरीके से मतदान करें। विद्यालय परिवार को पहले मतदान, फिर जलपान का संकल्प दिलाया गया। इसके बाद जागरूकता रैली निकाली गई। सभी के हाथों में 'अमर उजाला' का बैनर और सिर पर टोपी लगी थी। रैली में चल रहे विद्यार्थी 'घर-घर अलख जगाएंगे, मतदाता जागरूक बनाएंगे।' 'करे राष्ट्र का जो उत्थान, करें उसी को हम मतदान।' 'जन-जन की यही पुकार, वोट डालो अबकी बार' और 'युवा हो तुम देश की शान, जागो, उठो, करो मतदान' जैसे नारे लगाकर लोगों को जागरूक कर रहे थे। इसमें विद्यालय के चेयरमैन केपी सिंह, डायरेक्टर नवीन सिंह, डिप्टी डायरेक्टर शोभा सिंह, प्रवीण सिंह, प्रधानाचार्या अर्चना तिवारी, तहसीन आब्दी, एकेडमिक हेड नमरीन, ज्योति रानी शर्मा, प्रज्ञान चौधरी, सिद्रा, सत्यप्रिया आदि शामिल थे।
नारी गरिमा को हमेशा बरकरार रखने और उनके चेहरे पर आत्मविश्वास भरी मुस्कान लाने का मैं हर संभव प्रयास करूंगा/करूंगी। अपने घर और कार्यस्थल पर, पर्व, तीज-त्योहार और सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजनों समेत जीवन के हर आयाम में, मैं और मेरा परिवार, नारी गरिमा के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता से काम करने का संकल्प लेते हैं।
My intention is to actively work towards women's dignity and bringing a confident smile on their faces. Through all levels in life, including festivals and social, cultural or religious events at my home and work place, I and my family have taken an oath to work with responsibility and sensitivity towards women's dignity.